राशि। बुध ग्रह 10 सितंबर को कन्या राशि में वक्री होंगे। फिर 2 अक्टूबर से मार्गी चाल चलेंगे। इसके बाद 26 अक्टूबर को तुला राशि में गोचर करेंगे। वक्री बुध से जीवन पर कई प्रभाव पड़ता है। जातक अकस्मात होने वाले परिवर्तन में कुछ अनचाहे फैसला ले सकता है। यह परिस्थितियों के हिसाब से लिए जाने वाले निर्णय बाद में परेशानी कर सकते हैं। बुध का वक्री होना जातक की बुद्धि, वाणी, अभिव्यक्ति, शिक्षा और साहित्य के प्रति लगाव को प्रभावित करता है। बुध अपनी दशा व अन्तरदशा में मौलिक चिंतन और सृजनात्मकता में वृद्धि करता है। बुध का वक्री चाल कुछ राशियों के लिए लाभदायक रहेगा। उन्हें इस दौरान अपार सफलता मिलेगी। आइए जानते हैं।
मिथुन राशि
आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। संबंधों में सुधार होगा। निवेश करने से फायदा होगा। इस अवधि में आपकी सुध-सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। हालांकि कार्यस्थल पर काम का बोझ बढ़ेगा। अगर किसी कानूनी मामले में उलझे हैं, तो परिस्थितियां आपके पक्ष में होंगी।
कर्क राशि
अचानक धन लाभ के योग बन सकता है। कामों में परिवर्तन के अवसर बन सकते हैं। मनोबल को ऊंचा रखें। समय पर काम करने का प्रयास करें। स्वास्थ्य में सुधार होगा। पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ेगा। विदेश यात्रा की प्लानिंग बन सकती है। सबको साथ लेकर चलें।
कन्या राशि
आर्थिक स्थिति में सुधार के योग बनेंगे। पति-पत्नी के बीच संबंधों में मधुरता रहेगी। वाहन खरीदी की योजना बन सकती है। नए लोगों से मेलजोल बढ़ सकता है। कुछ नया काम करने को लेकर उत्साह रहेगा। नौकरी में तरक्की मिल सकती है।
वृश्चिक राशि
घर में शांति और प्रसन्नता का माहौल रहेगा। अधूरे काम पूरे होंगे। कार्यस्थल पर तरक्की की संभावना है। व्यापारियों को मुनाफा होगा। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। किसी रिश्तेदार के घर आने से व्यवस्तता बढ़ेगी। जीवनसाथी से प्रेम और स्नेह मिलेगा।
वक्री बुध के लिए उपाय
बुध ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान करने से पीड़ा में कमी आती है। बुध के लिए हरी वस्तुओं का दान और बुधवार का व्रत रखना चाहिए। विष्णु सहस्त्रनाम का जाप और तुलसी में जल देने से बुध की दशा में सुधार होता है। बुधवार के दिन भगवान गणेश के मंदिर में लड्डू या मोदक का भोग लगाएं।