भोपाल । मौसम विभाग ने बैतूल, रतलाम, उज्जैन, आगर, छिंदवाड़ा, सीहोर, हरदा, खंडवा, खरगोन, इंदौर, देवास जिले में वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है। इसी तरह नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, रायसेन, नर्मदापुरम, बड़वानी, झाबुआ, धार, शाजापुर, मंदसौर, नीमच जिले में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को भी जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। बैतूल, सीहोर, इंदौर उज्जैन सहित 11 जिलों में भारी वर्षा होने के आसार है। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात इछावर क्षेत्र में भारी वर्षा होने से बाढ़ से हालात बन गए हैं। जानिये मौसम का ताजा अनुमान।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 24 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने के संकेत मिले हैं। उसके प्रभाव से 25 जुलाई से मप्र के अधिकतर जिलों में भारी वर्षा होने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, रायसेन, छिंदवाड़ा से कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिणी ओडिशा एवं उत्तरी आंध्र प्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ के दक्षिणी भाग पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के असर से रुक-रुककर वर्षा हो रही है। हालांकि कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने की रफ्तार काफी मंद होने की वजह से अपेक्षाकृत नमी नहीं मिल रही है। इससे अधिकतर स्थानों पर तेज बौछारें पड़ने के बजाए रुक-रुककर वर्षा हो रही है। मानसून द्रोणिका के नीचे आने से आष्टा और हरदा में भारी वर्षा की स्थिति बनी है।