भोपाल। वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली तीन मौसम प्रणालियां अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय हैं। इनके प्रभाव से राजधानी सहित प्रदेश के कुछ जिलों में अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट होने की संभावना बन रही है। बता दें कि पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भीषण गर्मी पड़ रही है। वहां से लगातार आ रही गर्म हवाओं से पिछले पांच दिनों से मध्य प्रदेश में भी अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। शुक्रवार को भी प्रदेश के खंडवा एवं खरगोन में पारा 43 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। राजधानी में भी दिन का पारा लगातार तीन दिन से 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। हालांकि शुक्रवार को शहरवासियों को लू से राहत मिल गर्इ। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को शहर में दिन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। शनिवार को भोपाल में रात के तापमान में भी 0.2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि शनिवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। यह गुरुवार के अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 0.2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में अफगानिस्तान और उसके आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर पूर्वी मप्र, विदर्भ होकर एक ट्रफ लाइन कर्नाटक तक बनी हुर्इ है। इन तीन मौसम प्रणालियों के असर से गुजरात, महाराष्ट्र, एवं राजस्थान में अधिकतम तापमान में कमी आने के आसार हैं। वहां से आने वाली हवाओं के कारण राजधानी सहित मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में भी गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।