भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर चार वेदर सिस्टम सक्रिय हैं। इस वजह से वातावरण में आ रही नमी के कारण बादल छा रहे हैं। इसके साथ-साथ हवा का रुख बदलने से फिलहाल कड़ाके की ठंड से भी राहत मिल गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। रविवार को भी मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। सोमवार से सिस्टम कमजोर पड़ने के साथ ही बादल छंटने लगेंगे। इस वजह से एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि शुक्रवार को राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य रहा। साथ ही गुरुवार के अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.9 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ ईरान और अफगानिस्तान के बीच ट्रफ के रूप में सक्रिय है। दक्षिणी पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है।
इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने के कारण मौसम का मिजाज बदलने लगा है। शनिवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। राजधानी में भी दोपहर बाद बादल छाने के साथ हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं। इस दौरान न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी होगी। अधिकतम तापमान में गिरावट हो सकती है।