नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत में शीतलहर (Cold Wave) का प्रकोप जारी है। उत्तर भारत के कई राज्यों में शीतलहर से लेकर भीषण शीतलहर की स्थिति को लेकर मौसम विभाग का अलर्ट जारी किया गया है। IMD की मानें तो 17 और 18 जनवरी को उत्तर पश्चिम भारत के कई इलाकों में भीषण शीतलहर लोगों को परेशान कर सकती है। 17 जनवरी को राजस्थान के कुछ हिस्सों में, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में शीतलहर से भीषण शीतलहर की स्थिति रहने का अनुमान है। दिल्ली में मंगलवार को शीतलहर जारी रहने के साथ ही न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंड और कोहरे के कारण सड़क एवं रेल यातायात भी प्रभावित हुआ।पीटीआई के मुताबिक कोहरे के कारण कम से कम 15 ट्रेनें एक से आठ घंटे तक की देरी से चल रही हैं। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास विजिबिलिटी 500 मीटर दर्ज की गई।
IMD के अनुसार, दिल्ली में पांच से नौ जनवरी तक भीषण शीतलहर चली जो एक दशक में इस महीने में प्रचंड शीतलहर की दूसरी सबसे लंबी अवधि रही। अभी तक इस महीने 50 घंटे तक घना कोहरा दर्ज किया गया जो 2019 के बाद से सबसे अधिक है। IMD की मानें तो 17 और 18 जनवरी को शीतलहर का प्रकोप रहेगा जबकि 19, 20 और 21 जनवरी को घना कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पाला पड़ने की संभावना है। इसके साथ ही शीतलहर की भी संभावना है। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश में मंगलवार के लिए चेतावनी जारी की गई है। शीतलहर को देखते हुए कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। यूपी के कुछ हिस्सों में 20-24 जनवरी के बीच गरज चमक के साथ बारिश की भी संभावना है।
मौसम विभाग ने सोमवार को बताया था कि 19 जनवरी से शीतलहर का प्रकोप थम जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ों से आने वाली सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलनी बंद हो जाएंगी, जिससे तापमान बढ़ जाएगा। मौसम कार्यालय ने कहा है कि गुरुवार और शनिवार के बीच न्यूनतम तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। आईएमडी के अनुसार, मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर शीतलहर की घोषणा की जाती है। शीतलहर की घोषणा तब भी की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो। न्यूनतम तापमान के दो डिग्री सेल्सियस रहने या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से कम रहने पर ‘भीषण’ शीतलहर की घोषणा की जाती है।