भोपाल।मध्यप्रदेश में मौसम विभाग ने 19 मई तक तेज गर्मी का अलर्ट जारी किया है। दो दिन बाद यानी 25 अप्रैल से हीट वेव चलने लगेगी, जो ग्वालियर से एंट्री करेगी। इस दौरान 27 अप्रैल तक लगातार तीन दिन तक प्रदेश के 20 जिलों में हीट वेव चलेगी। हालांकि इंदौर और भोपाल समेत कुछ अन्य इलाकों में लू से राहत रहेगी, यहां गर्मी धीरे-धीरे बढ़ेगी। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार 19 मई तक गर्मी इसी तरह सताएगी। ऐसे में पारा 45 डिग्री के पार जा सकता है
प्रदेश में शनिवार को खंडवा-खरगोन सबसे ज्यादा गर्म रहे। यहां पारा 43 डिग्री रहा। भोपाल में भी पारा 3 डिग्री चढ़कर 41 डिग्री तक पहुंच गया। ग्वालियर और जबलपुर का तापमान भी 41 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, इंदौर में 40 डिग्री के नीचे ही पारा है। प्रदेश भर में बीते 24 घंटों के दौरान मौसम में बदलाव देखने को मिला। भोपाल में सबसे ज्यादा 4 डिग्री न्यूनतम तापमान बढ़ा, जबकि रीवा, शहडोल, सागर और नर्मदापुरम संभागों में तापमान काफी नीचे आया है। बैतूल में हल्की बारिश हुई। इसके अलावा प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहा। भोपाल में रात का पारा स्थिर बना रहेगा। 25 अप्रैल से प्रदेश के कई इलाकों में हीट वेव चलने की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से ग्वालियर, राजगढ़, रतलाम, गुना, छिंदवाड़ा, रीवा, सतना, सीधी, छतरपुर, टीकगमढ़ और दमोह में हीट वेव चलेगी। 26 और 27 अप्रैल को बड़वानी, खंडवा, खरगोन, रतलाम, गुना, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, उमिरया, रीवा, सतना, सीधी, छतरपुर, सागर, टीकमगढ़, दमोह और नर्मदापुर में हीट वेव चलने से गर्मी ज्यादा सताएगी।
शनिवार को प्रदेश भर में तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई। भोपाल में सबसे ज्यादा तापमान 3 डिग्री चढ़ गया। यहां पारा 41 डिग्री के पार पहुंच गया। ग्वालियर और जबलपुर में भी पारा 41 के पार चला गया। इंदौर में अभी यह 40 डिग्री के नीचे है। पचमढ़ी में सबसे कम गर्मी रही, यहां का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इंदौर और पचमढ़ी के अलावा मंडला और उज्जैन में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के नीचे है। सबसे ज्यादा गर्मी खंडवा और खरगोन में पड़ी। यहां पारा 43 डिग्री के पार पहुंच गया। पाकिस्तान से आने वाली हवाएं पाकिस्तान के ऊपर पछुवा पवनों के बीच ट्रफ के रूप में धुरी बनाते हुए आएंगी। पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश के ऊपर सक्रिय चक्रवात विदर्भ और तेलंगाना तक ट्रफ के रूप में फैला है। साथ ही, कर्नाटक से लेकर कोमरीन सागर तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इधर, 24 अप्रैल से अगला कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है।