दमोह। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने मंच से ही अपनी पत्नी के राज खोल दिए। उन्होंने कहा मेरी पत्नी मेरे जेब से पैसे चुरा लेती हैं और मुझे पता ही नहीं चलता। उन्होंने यह किस्सा स्वयं सहायता समूह बैंक ऋण वितरण कार्यक्रम के दौरान दमोह के मानस भवन में भरी सभा में सुनाया।परिवहन एवं राजस्व मंत्री ने कहा पहले महिलाएं समूह को लेकर गंभीर नहीं थी लेकिन जैसे-जैसे उन्हें लाभ होने लगा तो वह अब सक्रियता दिखाने लगी हैं। पति बाहर पैसा खर्च कर घर आते हैं और महिलाएं पैसा कमाकर उसे जोड़ रही हैं। पैसा जोड़ने की आदत महिलाओं में पहले से है। जब महिलाएं स्व सहायता समूह के माध्यम से पैसे नहीं कमाती थीं तो वह अपने पतियों की जेब से पैसे चोरी कर लिया करती थीं लेकिन अब वह ऐसा नहीं करतीं।
उन्होंने महिलाओं से कहा कि वह केवल उनकी बात नहीं कर रहे हैं।उनकी पत्नी भी उनके जेब से पैसे चुरा लेती हैं। उनकी इस बात पर समारोह के दौरान मौजूद महिला है और बाकी लोग हंस पड़े। उन्होंने कहा कि आमतौर पर पति अपने जेब में रखे पैसों को गिनकर नहीं रखते हैं। इसलिए महिलाएं उसका फायदा उठा कर दो-पांच सौ रुपए उसमें से निकाल लेती हैं और किसी को पता ही नहीं चलता लेकिन महिलाएं उन पैसों को भी बचाकर रखती हैं और अपने परिवार में ही खर्च करती हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार करोड़ों रुपए स्वयं सहायता समूह को दे रही है।जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। उन्होंने कहा कि महिलाएं पैसा कमाती भी है और बचत करना भी जानती हैं। उनकी बचत परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए ही होती है। कोविड काल के दौरान उन्होंने अपने क्षेत्र के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को तीन लाख रुपए दिए थे कि वह सैनिटाइजर बना सकें। उन महिलाओं ने तीन लाख में इतने सैनिटाइजर बनाए जो बाजार में 10 लाख रुपए में मिलते।