शिवपुरी। शिवपुरी में हाल ही में पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल द्वारा थाना और चौकी प्रभारियों के प्रभार बदलते हुए वहां नई पदस्थापना की है। इन सभी पदस्थापनाओं से पहले प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया से अनुमोदन नहीं कराया गया। यह बात मंत्री के मन को इतना कचोट गई कि उन्होंने शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह को पत्र लिख कर एसपी राजेश सिंह चंदेल पर कार्रवाई करने की बात कही है। खास बात यह है कि इस पत्र की प्रतिलिपी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निज सचिव और अपर मुख्य सचिव, गृह मंत्रालय भोपाल को भेजी गई हैं। पत्र की प्रतिलिपी राज्य शासन के न तो किसी मंत्री को भेजी गई है और न ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं की जा रही हैं।
अगर प्रशासन से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो हाल ही में जिन थानों और चौकियों पर प्रभारियों की पदस्थापना की गई है, वह सभी चौकी और थाने या तो दूसरे राज्यों के वार्डर या चैक पोस्ट के थाने हैं या फिर उक्त थाना व चौकी क्षेत्र रेत का गढ़ हैं। ऐसे में मंत्री जी चाहते थे कि वहां पर उनके मुताबिक पोस्टिंग की जाएं, लेकिन ऐसा नहीं होने से मंत्री जी खपा हैं। सूत्रों के अनुसार इस तरह की पोस्टिंग तो इससे पहले भी हुई हैं लेकिन इससे पहले कभी इस तरह की नाराजगी सामने नहीं आई। इस संबंध में जब मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया से संपर्क करने का प्रयास किया तो उनका फोन आउट आफ कवरेज था।
प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने कलेक्टर को जो पत्र लिखा है, उसमें उल्लेख है कि पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा अद्योहस्ताक्षरकर्ता के अनुमोदन प्राप्त किए बिना थाना प्रभारियों की पदस्थापना विभिन्न थानों में की गई है जो नियमों के विपरीत होकर स्वेच्छाचारिता का द्योतक है। अत: आप तत्काल संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित कर इस कार्यालय को अवगत कराएं। हालांकि इस संबंध में जानकारों का कहना है कि कलेक्टर को एसपी पर डायरेक्टर कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। वह सिर्फ प्रतिवेदन तैयार कर राज्य शासन को रिपोर्ट भेज सकते हैं
प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया द्वारा कलेक्टर को लिखा गया पत्र राजनीतिक गलियारों में चर्चा का वायस बना हुआ है। दबी जुबान से भाजपा और कांग्रेस के नेता यहां तक कहने में नहीं चूक रहे हैं कि इस पत्र ने मंत्री को अधिकारियों का तवज्जो न मिलने की बात को जग जाहिर कर दिया है। उनका तो यहां तक कहना है कि प्रभारी मंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों को भी उनके प्रभार जिले में गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, इसी के चलते वह यहां अधिकारियों के बैठक लेने तक कम ही आते हैं और यही कारण है कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम से भी दूरी बनाए रखी। मंत्री जी से इस संबंध में बातचीत हुई है। उनके पत्र को गंभीरता से लेते हुए नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। यह बात सही नहीं है कि प्रभारी मंत्री जी के निर्देशों पर नियमानुसार कार्रवाई नहीं की जाती है। अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर शिवपुरी