ग्वालियर। कहते हैं आस्था का कोई रूप नहीं होता। कोई रंग नहीं होता। ये तो एक भाव है, जो अंतर्मन से प्रकट होता है। ऐसा ही भाव ग्वालियर जिला न्यायालय में मौजूद प्राचीन पीपल के पेड़ में दिखाई दिया और वकीलों ने उसकी पूजा शुरू कर दी। इस पीपल के पेड़ में भगवान गणेश की आकृति उभर आई है। जिसके रोजाना कोर्ट में आने वाले वकील दर्शन करते हैं।
दरसअल ग्वालियर जिला न्यायालय में पंचमुखी महादेव मंदिर के पास एक पुराना पीपल का पेड़ है। न्यायालय में आने वाले वकील और पक्षकार रोज मंदिर के दर्शन करते हैं। दो साल पहले कुछ वकीलों की नजर अचानक पीपल के पेड़ पर पड़ी ,तो उन्हें सूंड का आकार दिखाई दिया। फिर अगले दिन सूंड के पास कान के आकार दिखाई दिये। पीपल के पेड़ में सूंड और कान देखकर वकीलों ने कहा ,कि भगवान गणेश ने हमें स्वयं दर्शन दिये है। उसके बाद इन लोगों ने मिलकर इसका श्रृंगार कराया और पूजन किया। न्यायालय में आने वाले वकील पंचमुखी महादेव मंदिर और अन्य मंदिरों के साथ अब पीपल के पेड़ से प्रकट हुए भगवान गणेश को भी प्रणाम करते हैं।
वकीलों का मानना है ,कि ये एक चमत्कार है। गणपति ने स्वयं हमें दर्शन दिये हैं। वकीलों का ये भी मानना है, कि पीपल के पेड़ में 33 कोटि देवताओं का वास होता है, ये पूजनीय पेड़ है। अब भगवान ने हमें गणेश के रूप में दर्शन दिये हैं ये हमारा सौभाग्य है और भगवान का चमत्कार भी है।