ग्वालियर। देश में बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने शैक्षणिक संस्थाओं में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को इससे बचाने एवं जागरूक करने का अभियान शुरू किया है। जिसके तहत बच्चों को समझाया जाता है कि वह किस तरह से साइबर अपराधियों की गिरफ्त से दूर रहें। हाल ही में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती को साइबर अपराधियों ने आठ लाख से ज्यादा की ठगी का शिकार बनाया था। शनिवार को पुलिस ने प्रसिद्ध माधव इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस यानी एम आई टी एस में छात्र छात्राओं को इन अपराधों से बचने के लिए जागरूक किया। साथ ही आजादी के आजादी के अमृत महोत्सव को मनाते हुए परिसर में तिरंगा यात्रा भी निकाली।
ग्वालियर पुलिस ने एक अनोखी जागरूकता पहल शुरू की है जिसके तहत ग्वालियर क्राइम ब्रांच के एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया सभी शैक्षणिक संस्थानों में सेमिनार आयोजित कर “सायबर क्राइम अवेयरनेस’ विषय पर लेक्चर दे कर जागरूक कर रहे हैं। इसी कड़ी में एम आई टी एस कॉलेज ग्वालियर में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को सायबर अपराधों से बचाव के संबंध में पुलिस अफसरों ने जानकारी दी। सायबर अपराध से खुद को औऱ अपने परिवार को शिकार बनने से बचाने के लिए कार्यशाला आयोजित की।इस कार्यक्रम में कॉलेज स्टॉफ सहित लगभग 500 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।इस दौरान कॉलेज स्टॉफ सहित छात्र-छात्राओं को तिरंगा झंडा दिए गए।जिसके बाद कॉलेज परिसर से शुरू हुई तिरंगा यात्रा शहर भर के अलग-अलग इलाकों से होती हुई वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर समाप्त हुई।
गौरतलब है कि वर्तमान में पुलिस के पास आने वाली सायबर अपराध संबंधी शिकायतों में मुख्यतः यौन अपराध, सोशल मीडिया फ्रॉड, कॉल सेंटर के माध्यम से फ्रॉड, लॉटरी फ्रॉड आदि सबसे ज्यादा है।खासकर महिलायें औऱ छात्राएं इनका शिकार ज्यादा होती है।ऐसे में इन्ही से सबंधित जानकारी के साथ ही स्मार्ट फोन का उपयोग करते समय कौन-कौन सी सावधानियां बरतें। इस विषय पर भी प्रकाश डाला गया। सायबर क्राइम अवेयनेस की ओर ग्वालियर पुलिस द्वारा किये गये प्रोग्रामों का मुख्य उद्देश्य आने वाली नवीन पीढ़ी को सायबर अपराधों के प्रति जागरूक करना है। जिससे भविष्य में सायबर संबंधी अपराधों पर पूर्णत रोक लगाई जा सके। गौरतलब है कि ग्वालियर पुलिस पिछले कुछ दिनों में एक दर्जन से अधिक शिक्षण संस्थाओं में ऐसे सेमिनार आयोजित कर लोगों को जागरुक कर चुकी है ।