महेश्वर: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खरगोन जिले के महेश्वर में शस्त्र पूजन कार्यक्रम में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राम मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस और विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर का निर्माण कुछ लोगों की आंखों में आज भी खटकता है। उन्होंने यह बयान राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर टिप्पणी करते हुए दिया।
राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष निशाना
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि देशभर में राम मंदिर का निर्माण एकता और शांति का प्रतीक बना है। उन्होंने कहा, “हिंदू और मुसलमान, सभी ने मिलकर भगवान राम की जयकार की। पूरे देश में किसी ने भी दंगे का माहौल नहीं बनाया। यहां तक कि जो मुस्लिम भाई 70 साल तक कोर्ट में केस लड़ते रहे, वे भी अयोध्या में मंदिर निर्माण के आनंद का हिस्सा बने।” मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कुछ लोगों को यह राम मंदिर अभी भी अटकता है और वे इसे सिर्फ नाच-गाने का नाम देते हैं।
राहुल गांधी के बयान का जवाब
यह बयान हरियाणा के बरवाला में राहुल गांधी द्वारा दिए गए एक बयान के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने कहा था कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में नाच-गाना हो रहा था। मुख्यमंत्री ने इसे लेकर टिप्पणी की कि जब भी वोट का समय आता है, कुछ लोग भगवान राम का महत्व नहीं समझ पाते और मंदिर के उद्घाटन को नाच-गाना बताकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश करते हैं। यादव ने कहा कि “हरियाणा वालों ने इस बार वोट के जरिए अपना हिसाब चुकता कर दिया है।”
महेश्वर में विकास का वादा
मुख्यमंत्री यादव ने महेश्वर में देवी अहिल्या बाई की तलवार का पूजन करते हुए उन्हें शौर्य और परोपकार की प्रतीक बताया। विजयादशमी के इस विशेष मौके पर मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि महेश्वर में अगले साल जनवरी में मकर संक्रांति के बाद कैबिनेट की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें महेश्वर के विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने महेश्वर में स्थित श्रीमद् भगवद् मां रेवा गौशाला का भी दौरा किया और गायों का पूजन किया।
महेश्वर में कैबिनेट बैठक की घोषणा
महेश्वर में कैबिनेट बैठक का आयोजन मुख्यमंत्री के उस संकल्प का हिस्सा है जिसमें वे धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास को प्राथमिकता देने की बात करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में महेश्वर के विकास कार्यों को हरी झंडी दी जाएगी, जिससे इस ऐतिहासिक स्थल को और अधिक समृद्ध बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री के इस बयान पर कांग्रेस की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस ने इसे राजनीति का ध्रुवीकरण करने की कोशिश बताते हुए आरोप लगाया कि भाजपा धार्मिक मुद्दों का इस्तेमाल चुनावी लाभ के लिए कर रही है। कांग्रेस नेता उमंग सिंघार ने कहा कि भाजपा का असली चेहरा उजागर हो चुका है और जनता उनके इस विभाजनकारी राजनीति को समझ चुकी है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का यह बयान आगामी चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक माहौल को और गरमाने वाला है। राम मंदिर का मुद्दा हमेशा से ही भावनात्मक और राजनीतिक रूप से संवेदनशील रहा है, और मुख्यमंत्री के इस बयान ने इसे एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।