भोपाल। मानसून ने बंगाल की खाड़ी में दस्तक दी है। अंडमान निकोबार और पश्चिम बंगाल में इसका असर देखने को मिला है। मौसम विभाग ने जल्द ही मानसून के केरल पहुंचने की उम्मीद जताई है। वहीं 15 जून तक इसके मध्यप्रदेश में पहुंचने के आसार है। मौसम विभाग ने इसी सप्ताह उत्तराखंड, मेघालय, असम और केरल में बारिश का अनुमान जताया है। मप्र में 18 मई से लू का प्रकोप कम होने का अनुमान है। तापमान भी नीचे गिरेगा। सबकुछ ठीक रहा तो जून के दूसरे हफ्ते तक मानसून मध्यप्रदेश में दस्तक दे देगा।
मौसम विभाग का कहना है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर आज मानसून पहुंच जाएगा। हालांकि, केरल में 27 मई तक पहुंचेगा। उत्तर के पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले दो से तीन दिन ओलों के साथ बारिश की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अगले दो दिन धूलभरी आंधी चलने की आशंका है। इससे तापमान में कमी आने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि 18 के बाद गर्मी के तेवर नरम पड़ेंगे। 18 मई से 22 मई तक बादल छाने से कहीं-कहीं बारिश होगी। प्री-मानसून में पहली अच्छी बारिश के आसार 22 मई से तीन दिन तक बने रहेंगे। यह स्थिति 25 मई तक रह सकती है। इसका सबसे ज्यादा असर भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन और इंदौर के कुछ इलाकों में होगा।
बंगाल की खाड़ी में मानसून के आने से मध्यप्रदेश में राहत शुरू हो गई। सोमवार तक प्रदेश में कहीं-कहीं दिन का पारा 48 के पार चला गया था। सोमवार को इसमें नरमी देखी गई। सबसे ज्यादा तापमान नौगांव में 45.5 डिग्री और सीधी में 45 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा सभी इलाकों में यह 45 डिग्री के नीचे आ गया है। अगले दो दिन तक इसी तरह तापमान में उतार-चढ़ाव रहेगा। सबसे ज्यादा ग्वालियर में 44 डिग्री तो भोपाल में 43 रहा। जबलपुर और इंदौर में 40 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। सबसे कम तापमान तापमान पचमढ़ी में 37 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग ने ग्वालियर, राजगढ़, खंडवा, खरगोन, मंदसौर, नीमच, शाजापुर, अशोकनगर, गुना, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योरपुर कलां, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, छतरपुर, सागर, टीकमगढ़ पन्ना और निवाड़ी में कहीं-कहीं अगले दो दिन कहीं-कहीं और कहीं एक दिन लूट चलने का अलर्ट जारी किया है।