ग्वालियर । पति-पत्नी के प्रेम का प्रतीक, करवा चौथ के व्रत की शुरुआत आज सुबह से हाे चुकी है, अब महिलाओं काे बेसब्री से चांद का इंतजार है। महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की कामना के साथ आज निर्जला व्रत रखा है। व्रत का पारण रात 8:11 बजे चंद्रोदय के बाद किया जाएगा। चंद्र दर्शन करने के बाद महिलाएं अपने पति का चेहरा देखकर एवं उसके हाथ पानी पीकर अपना व्रत खोलेंगी।
बात दे ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी के अनुसार कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सभी विवाहित स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु व दांपत्य जीवन में प्रेम तथा भाग्योदय के लिए व्रत करती हैं। इस दिन महिलाएं वैवाहिक जीवन सुखमय होने की कामना के साथ पूरे दिन निर्जला व्रत श्रद्धा और भक्ति के साथ रखती हैं। पांच साल बाद करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र में चांद का पूजन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके करेंगी। इससे पहले 8 अक्टूबर 2017 को रविवार के दिन रोहिणी नक्षत्र में चांद का पूजन हुआ था।
इस दिन रोहिणी नक्षत्र के साथ रविवार का दिन होने की वजह से सूर्य देव का भी व्रती महिलाओं को आशीर्वाद मिला। ज्योतिष में चंद्रमा की सबसे प्रिय पत्नी रोहिणी हैं। रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा के उदय होने से पति पत्नी में प्रेम और सुख बढ़ेगा। इसलिए रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा की पूजा-अर्चना विशेष फलदाई होगी। पूजा शाम 5:40 से 6:47 तक की जाएगी, लेकिन ग्वालियर अंचल में चंद्रोदय 8:11 पर होगा। इस समय चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभकारी रहेगा।