इंदौर। इंदौर में एक मां ने अपने 15 दिन के मासूम का सौदा कर उसे साढ़े पांच लाख रुपए में बेच दिया। उसने पति की रजामंदी से कुछ अन्य लोगों के जरिए ये डील की। देवास के दंपती ने उस मासूम को खरीदा। सौदे में मिले पैसे आरोपियों ने आपस में बांट लिए। इसके बाद सभी ने उन पैसों से टीवी, फ्रीज, वॉशिंग मशीन, कूलर और बाइक समेत अन्य सामान खरीद लिया
मामला शहर के हीरानगर का है और करीब दो महीने पहले का है, जिसका खुलासा अब जाकर हुआ है। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दो आरोपियों को पुलिस पकड़ नहीं पाई है। पुलिस को इस बारे में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं से सूचना मिली थी। पुलिस ने सभी सामान भी जब्त कर लिया है। बच्चे का सौदा करने वाली मां शायना-बी ने बताया कि वह बीते एक साल से अंतर सिंह नाम के शख्स के साथ रह रही है। वह मजदूरी करता है। उसे शक था कि मेरे पेट में पल रहा बच्चा उसका नहीं है, जिसके बाद अंतरसिंह ने गर्भपात कराने की सलाह दी। लेकिन मैंने यह कहकर मना कर दिया कि समय बहुत हो गया है, ये संभव नहीं। इसके बाद भी वो नहीं माना तो मैंने बच्चे का सौदा करने का मन बनाया।
शायना ने इसके बाद अपनी मकान मालकिन नेहा सूर्यवंशी से बात की, और कहा कि बच्चे को बेच देते हैं। तब नेहा ने ग्राहक ढूंढने का भरोसा दिया। इसके बाद अलग-अलग मध्यस्थों के जरिए देवास के दंपती को बच्चा बेचा गया। कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद पुलिस को इस मामले का पता चला। देवास की लीना ने मध्यस्थों के माध्यम से शायना के बच्चे को खरीदा। लीना के जुड़वा बच्चे थे, लेकिन कुछ समय पहले दोनों की मौत हो गई। ऐसे में बच्चे के लिए तरस रही लीना ने साढ़े पांच लाख रुपए में मासूम को खरीदना तय किया। इसके बाद वह दो माह से इस बच्चे को पाल रही थी।
टी आई सतीश पटेल ने दीपक निवासी मारुति नगर की शिकायत पर शायना बी निवासी गौरीनगर, अंतरसिंह निवासी गौरीनगर, पूजा वर्मा निवासी रूस्तम का बगीचा उसकी बहन नेहा, नीलम वर्मा निवासी भागीरथपुरा, नेहा सूर्यवंशी निवासी सुखलिया और देवास की महिला लीना व एक नाबालिग पर बच्चा खरीदने और बेचने के मामले में केस दर्ज किया है। दो आरोपी अभी फरार हैं।