ग्वालियर। रेलवे स्टेशन पर दो दिन पहले भटकती मिली 11 साल की किशोरी को चाइल्डलाइन ने जेएएच कैंपस स्थित वन स्टाप सेंटर में पहुंचा दिया था। किशोरी ने काउंसलर के सामने खुलासा किया कि उसके माता-पिता दिव्यांग है। सोनीपत काम करने के लिए गए हैं। उसे मौसा-मौसी के यहां छोड़ गए थे। मौसी काम करने के लिए चली जाती थीं। मौसा ने उसके साथ गलत काम किया। कंपू थाना पुलिस ने शून्य पर मौसा के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है। पड़ताल के लिए प्रकरण को मंगरौनी भेज दिया है।
रेलवे स्टेशन पर दो दिन पहले 11 साल की किशोरी भटकती मिली। चाइल्ड लाइन की टीम ने किशोरी को जेएएच कैंपस स्थित वन स्टाप सेंटर पहुंचा दिया। गुरुवार को सेंटर की काउंसलर ने किशोरी से बात की। उससे मंगरौनी से भागने का कारण पूछा। किशोरी ने काउंसलर को बताया कि उसके माता-पिता दिव्यांग हैं। वे मेहनत मजदूरी करने के लिए सोनीपत गए हैं। उसे मौसा-मौसी के घर छोड़ गए थे। उसकी मौसी भी काम पर जाती थी जबकि माैसा घर में रहता था।
उसे अकेली देखकर गलत हरकत करता था। इसलिए माता-पिता के पास जाने के लिए घर से भाग आई। यह बात कंपू थाने में संज्ञान में आने के बाद महिला एसआइ ने किशोरी से बात की। कंपू थाना पुलिस ने मौसा के खिलाफ शून्य पर प्रकरण दर्ज किया है। बच्ची की उम्र केवल 11 साल है, ऐसे में काउंसलर द्वारा बच्ची की लगातार काउंसिलिंग भी की जा रही है। जिससे वह बुरी यादाें काे बाहर निकालकर अपनी जिंदगी अच्छी तरह से जी सके।