भोपाल। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं बोर्ड की परीक्षा अब 15 फरवरी की बजाय एक मार्च से शुरू होगी। इस संबंध में माशिमं ने शुक्रवार को संशोधित आदेश जारी किए है।आदेश में लिखा है कि प्रायोगिक परीक्षाएं 13 फरवरी से 28 फरवरी 2023 तक होंगी एवं सैद्वांतिक परीक्षाएं 1 मार्च से 31 मार्च 2023 के बीच आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है।दरअसल, माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बीते तीन अक्टूबर को निर्देश जारी कर दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षा की तारीख घोषित कर दी थी। निर्देश में कहा था कि दोनों कक्षाओं की प्रायोगिक परीक्षाएं 13 फरवरी से 25 मार्च 2023 के बीच और सैद्धांतिक परीक्षाएं 15 फरवरी से 20 मार्च 2023 के बीच आयोजित की जाएंगी। वार्षिक परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होने पर माशिमं के सदस्यों ने विरोध किया।
मंडल के कुछ सदस्यों का कहना था कि विद्यार्थियों को पढ़ने का समय नहीं मिल पाता है। 15 फरवरी से परीक्षा शुरू होने पर कोर्स अधूरा रहता है। इससे परीक्षा एक मार्च से आयोजित करवाई जाए। बता दें, कि बोर्ड के सदस्यों के प्रस्ताव पर साधारण सभा की 30 अक्टूबर को आयोजित बैठक में एक मार्च से परीक्षा शुरू करवाने का निर्णय ले लिया गया।इसके बाद स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री ने भी एक मार्च से सैद्धांतिक और फरवरी में प्रैक्टिकल की परीक्षाएं संपन्न कराने पर सहमति दी।मंडल द्वारा परीक्षा के संबंध में विस्तृत समय-सारिणी जल्द घोषित किया जाएगा दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा में 18 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे।
कोरोना काल से मंडल ने दसवीं-बारहवीं की फरवरी से परीक्षाएं आयोजित करने की शुरुआत की थी। इस बार भी मंडल ने 15 फरवरी से परीक्षाएं शुरू करने की तिथि घोषित कर दी थी।अब इस बार फिर से मार्च में परीक्षा आयोजित होंगी।फरवरी में परीक्षाएं शुरू करने से विद्यार्थियों को इससे फायदा मिल रहा था। मुख्य परीक्षा फरवरी में शुरू होकर मार्च में समाप्त हो जाती थी। मार्च के पहले सप्ताह में ही परीक्षाएं समाप्त होने से विद्यार्थियों को नीट, जेईई जैसी परीक्षा की तैयारी करने के लिए समय मिल जाता था, लेकिन मार्च में परीक्षा शुरू होकर अप्रैल तक परीक्षा होने से विद्यार्थियों को नीट, जेईई जैसी परीक्षा के लिए अब पर्याप्त समय नहीं मिल पाएगा।