भोपालः मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने एक बड़ा फैसला करते हुए दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा दो माह की देरी से कराने का फैसला किया है. अब बोर्ड परीक्षा अप्रैल के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर मई तक चलेगी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए बोर्ड परीक्षा ऑनलाइन कराने पर भी विचार किया जा सकता है|
ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन पहले प्री-बोर्ड परीक्षा में किया जाएगा. इसके बाद बोर्ड फाइनल परीक्षा में इसे लागू कर सकता है. सोमवार को मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की साधारण सभा की बैठक हुई. इस बैठक में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा दो माह देरी से कराने के फैसले पर सहमति बनी|
बैठक में इस सत्र से सप्लीमेंट्री परीक्षा नहीं करने का भी फैसला लिया गया है. खास बात ये है कि इस साल दो मुख्य परीक्षा ली जाएगी. जिससे श्रेणी सुधार के लिए विद्यार्थी को अगले साल का इंतजार नहीं करना होगा. बच्चे दोबारा होने वाली परीक्षा में बैठ सकते है. मतलब अगर कोई छात्र बोर्ड परीक्षा में फेल हो जाता है तो 3 माह बाद वह दोबारा परीक्षा दे सकता है|
बोर्ड ने बैठक में यह भी तय किया है कि अब मार्कशीट पर सप्लीमेंट्री नहीं लिखा होगा और ना ही किसी फेल विषय के सामने स्टार का निशान होगा. छात्रों को यह विकल्प भी दिया गया है कि अगर मुख्य परीक्षा में उनके कम नंबर आए हैं तो वह सभी विषयों की दोबारा परीक्षा भी दे सकता है. जिस साल ज्यादा अंक मिलेंगे उन्हें ही मान्य माना जाएगा|