भोपाल। प्रदेश के सरकारी व निजी स्कूलों में पांचवीं व आठवीं की वार्षिक परीक्षाएं शुक्रवार से शुरू होंगी, जो नौ अप्रैल तक चलेंगी। प्रदेश में इस परीक्षा के लिए करीब 30 हजार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें भोपाल जिले में 347 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। दोनों कक्षाओं में करीब 18 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। इसमें पांचवीं कक्षा में करीब 10 लाख और आठवीं में आठ लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षा सुबह नौ बजे से 11.30 बजे तक आयोजित की जाएगी। पाचवीं व आठवीं का पहला पेपर हिंदी विशिष्ट का होगा।
इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा संबंधी सामग्री भेज दी गई है। सभी विषयों के पेपर 100 अंक के होंगे। परीक्षा में 60 अंक का लिखित प्रश्नपत्र और 40 अंक का प्रोजेक्ट होगा। विद्यार्थी को प्रत्येक विषय में 33 फीसद अंक लाना अनिवार्य होगा, नहीं तो अनुत्तीर्ण कर दिया जाएगा। उसे दोबारा उसी कक्षा में पढ़ना होगा। हालांकि, अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों की दो माह बाद पुन परीक्षा ली जाएगी।
कोविड काल के कारण दो साल से पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों पर परीक्षा का दबाव नहीं था। इस साल पांचवीं व आठवीं के बच्चों की वार्षिक परीक्षा ली जा रही है। यह परीक्षा बोर्ड की तर्ज पर आयोजित होगी, लेकिन इस परीक्षा को बोर्ड परीक्षा नहीं कहा जाएगा। पांचवीं व आठवीं की वार्षिक परीक्षा में अगर कोई विद्यार्थी 33 फीसद अंक नहीं ला पाया तो दो माह बाद फिर से उनकी परीक्षा ली जाएगी। इस दौरान शिक्षक उनकी अलग से कक्षा लगाएंगे। परीक्षा में जो भी सवाल गलत होंगे, उन्हें पढ़ाएंगे। विद्यार्थी को कक्षा में शिक्षक समझाएंगे और बतलाएंगे। इसके बाद भी किसी विद्यार्थी का पेपर बिगड़ता है तो उसे अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा।
इस परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं इस बार संकुल केंद्रों पर जांची जाएंगी। उसी स्कूल के शिक्षक बच्चों की कापियां नहीं जाचेंगे। राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से सभी संकुल केंद्रों को पांच-पांच हजार रुपये की राशि आंवटित की गई है।पांचवीं व आठवीं की वार्षिक परीक्षा में इस बार करीब 18 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। प्रदेश भर में करीब 30 हजार केंद्र बनाए गए हैं।