भोपाल। भोपाल-इंदौर समेत मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते केस के चलते सीएम शिवराज सिंह ने मंगलवार को मंत्री और अफसरों की आपात बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने मास्क लगाने, कोरोना टेस्ट बढ़ाने, जरूरत होने पर छोटे कंटेनमेंट जोन बनाने और सोशल डिस्टेंसिंग की अपील करने को लेकर निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में बेड और दवाई की उपलब्धता रखने को भी कहा है। शिवराज ने कहा कि वे खुद भी सड़क पर उतरेंगे और लोगों को मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को लेकर लोगों को जागरूक करेंगे।
सीएम ने प्रदेश में कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं। अभी रोज एवरेज 53 हजार टेस्ट हो रहे हैं। इसे बढ़ाकर 70 हजार करने का टारगेट रखा गया है। गौरतलब है कि इंदौर में सेकंड वेव के टाइम 9 से 10 हजार टेस्ट रोजाना हो रहे थे, जो घटकर लगभग साढ़े 5 हजार हो गए हैं। यही स्थिति लगभग भोपाल की भी है। प्रदेश में अब फिर से कंटेनमेंट जोन बनेंगे। सीएम ने कहा है कि जरूरत होने पर छोटे कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे।
प्रदेश में 24 घंटे में 20 केस आए, भोपाल में ही आधे पिछले 24 घंटे में भोपाल में सबसे ज्यादा 14, इंदौर में 5 और जबलपुर में 1 केस मिला है। एक दिन पहले छोटे शहरों में भी केस सामने आए हैं। इसके बाद ही यह मीटिंग बुलाने का फैसला लिया गया है। सीएम शिवराज सिंह ने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के साथ आपात मीटिंग की। भोपाल में कोरोना को कंट्रोल करने के लिए भोपाल कमिश्नर, आईजी, डीआईजी, कलेक्टर और सीएमएचओ को भी मीटिंग में बुलाया था।
पिछले 10 दिनों में भोपाल में कोरोना के सबसे ज्यादा केस मिले हैं। इसके चलते सीएम ने यहां पर ज्यादा फोकस करने को कहा है। उन्होंने कहा कि भोपाल एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच शुरू करें। काटजू अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों का चयनित करके रखें। अस्पतालों में कोरोना से संबंधित सभी आवश्यक मशीन और उपकरण को एक बार चेक करा लें, ताकि कोई दिक्कत न हो। वहीं, एक कार्ययोजना तैयार कर पूरा प्रशासन अलर्ट पर रहे। सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद भी लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सड़क पर उतर सकते हैं।