भोपाल। प्रदेश के साढ़े चार लाख से ज्यादा पेंशनरों को अब 28 प्रतिशत की दर से महंगाई राहत मिलेगी। सरकार ने महंगाई राहत में छह प्रतिशत की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। वित्त विभाग ने बुधवार को आदेश जारी कर दिए। छठवां वेतनमान में यह वृद्धि 15 प्रतिशत की गई है। इसका लाभ सितंबर की पेंशन से मिलेगा। हालांकि, अभी भी कर्मचारियों को मिल रहे महंगाई भत्ते की तुलना में महंगाई राहत छह प्रतिशत कम है।
प्रदेश में कर्मचारियों को 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। पेंशनर कर्मचारियों की तरह महंगाई राहत देने की मांग कर रहे थे। सरकार ने भी सितंबर से 12 प्रतिशत महंगाई राहत बढ़ाने का निर्णय करके सहमति के लिए प्रस्ताव छत्तीसगढ़ सरकार को भेज दिया था लेकिन वहां छह प्रतिशत महंगाई राहत ही बढ़ाई गई। मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में महंगाई भत्ते और राहत में वृद्धि संबंधी निर्णय का अनुसमर्थन करते हुए वित्त विभाग को आगामी कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया था।
इसके बाद बुधवार को विभाग ने सातवें वेतनमान में छह और छठवें वेतनमान में 15 प्रतिशत महंगाई राहत की वृद्धि के आदेश जारी कर दिए। छठवां वेतनमान प्राप्त कर रहे पेंशनर को अब 189 प्रतिशत की दर से महंगाई राहत मिलेगी। इस निर्णय से सरकार पर प्रतिमाह लगभग 120 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार आएगा। पेंशनर एसोसिएशन मध्य प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गणेश दत्त जोशी ने बताया कि पेंशनर को प्रतिमाह साढ़े चार सौ रुपये से लेकर नौ हजार रुपये तक लाभ होगा।