गुना।गुना सांसद डॉ. केपी यादव और चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच अदावत अब खुलकर सामने आ रही है। गुना में आयोजित यादव समाज के सम्मान समारोह में डॉ. केपी यादव सिंधिया का नाम लिए बिना उनके खिलाफ खुलकर बोले। सिंधिया के एक चर्चित भाषण में शामिल शायरी का जिक्र करते हुए डॉ. केपी यादव ने यहां तक कह दिया कि वह जिस समाज से आते हैं, वह सम्पन्न है, उन्हें कोई कम न आंके। सामाजिक मंच पर बोलने आए डॉ. केपी यादव ने अपने मन की भड़ास जमकर निकाली और राजा-महाराजा के साथ कई सालों तक रहने के अनुभव तक साझा कर दिए। डॉ. केपी यादव ने अपने बयान से स्पष्ट कर दिया कि वे सिंधिया के भाजपा में आने से खुश नहीं हैं, उनका यही दर्द सामाजिक मंच से फूट पड़ा।
उन्होंने सिंधिया पर यह कहते हुए तंज कसा कि कुछ नेता कहते रहते हैं कि उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है। साथ ही यादव ने कहा है कि रानी लक्ष्मीबाई भी हमारे पास झांसी की ही थीं और उनके शौर्य के बारे में भी हम सभी जानते हैं। हम ये भी जानते हैं कि अगर उस समय कुछ लोगों ने उनके साथ गद्दारी नहीं कि होती, तो शायद हमारा देश 75वीं वर्षगांठ नहीं मना रहा होता स्वतंत्रता की, बल्कि 175वीं वर्षगांठ मना रहा होता। हम 100 साल पहले ही आजाद हो गए होते।