भोपाल. समय पर परिवहन नहीं होने से प्रदेश के करीब तीन हजार केंद्रों पप लगभग 5 हजार टन गेहूं बारिश में भीग गया है। खरीदी के एक माह बाद भी गेहूं का परिवहन अब तक बाकी है। गेहूं को समितियां सुखाकर अपग्रेड कर रही हैं। गेहूं खरीदी 31 मई को पूरी हो गई थी। कुछ किसानों की मांग पर तीन दिन अतिरिक्त समय दिया गया था। परिवहन एजेंसियां गेहूं को गोदामों ‘तक पहुंचाने में हीलाहबाली करती रहीं और गेहूं भीग गया।
भुगतान भी अटका
परिवहन और स्वीकृति पत्र नहीं मिलने से हजारों किसानों का भुगतान भी अटक गया है। जब तक खरीदी के संबंध में गोदामों से ‘फाइनल स्लिप नहीं मिलेगी तब तक बैंकों से भुगतान नहीं होगा। मामले में यह भी देखा जा रहा है किसानों को गेहूं का भुगतान किया जाए और इसकी जिम्मेदारी समितियों और परिवहनकर्ता एजेंसियों पर तय की जाए। क्योंकि किसानों से गेहूं जब खरीदा गया था, वहीं पर गुणवत्ता की जांच कर ली गई थी।