नोएडा : वसूली के आरोप एमपी पुलिस पर पहले भी लगते रहे हैं। पैसों के लालच में जबलपुर साइबर सेल की पुलिस ने पूरे एमपी की फजीहत करवा दी है। पोंजी स्कीम के आरोपी से साइबर सेल के 2 एसआई और 1 कांस्टेबल पैसा हड़पने के लिए दिल्ली गए थे। लेकिन आरोपी ने एक एसआई का नोएडा में पिस्टल छिन लिया। उसके बाद पूरा खेल खराब हो गया है। साथ ही पूरे मामले का खुलासा भी हो गया है। एमपी साइबर सेल की फजीहत हो रही है।
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दरअसल, पोंडी स्कीम संचालक के सेक्टर-18 स्थित ICICI बैंक में फ्रीज अकाउंट में जमा 58 लाख रुपये एमपी पुलिस की स्टेट साइबर सेल हड़पना चाहती थी। इससे गुस्साए पोंजी स्कीम संचालक के साथियों ने पिस्टल लूट की वारदात की थी। नोएडा थाना सेक्टर-20 पुलिस इस मामले में एमपी स्टोल साइबर क्राइम टीम के सब इंस्पेक्टर राशिद परवेज खान, पंकज साहू और कांस्टेबल आसिफ खान को गिरफ्तार किया है। साथ ही पोंजी स्कीम के संचालक सूर्यभान यादव और शशिकांत यादव को भी गिरफ्तार किया है।
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पैसा हड़पना चाहती थी टीम
एमपी साइबर सेल की टीम पोंजी स्कीम संचालक सूर्यभान के संपर्क में 15 दिसंबर से थी। इसलिए उसे धमकाकार तीन दिन के अंदर 28 लाख 70 रुपये कैश भी हड़प चुकी थी। 4 लाख 70 हजार रुपये एमपी के पीड़ित चंद्रकेतू दुबे के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। वहीं, सूर्यभान के विटकॉइन, एथर, विटकॉइन कैश अकाउंट से टीम ने जबरन 24 लाख रुपये पीड़ित चंद्रकेतू दुबे के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे।
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कांस्टेबल के अकाउंट में ट्रांसफर कराए पैसे
वहीं, साइबर सेल के एसआई ने गिरफ्तार किए गए कांस्टेबल आसिफ खान के अकाउंट में ट्रांसफर कराए थे। इससे पहले साइबर टीम ने पीड़ित चंद्रकेतू को पोर्टल बनवाने का झांसा देकर नोएडा भेजी थी। साइबर टीम पोंजी स्कीम संचालक को लगातार गिरफ्तारी का डर दिखाकर उससे पैसों का डिमांड कर रही थी।
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आरोपी ने दोस्त से 3 लाख लेकर दिए
गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी सूर्यभान यादव ने इंदिरापुरम के एक पार्क के पास आने दोस्त से 3 लाख कैश टीम को दिया था। वहीं, दिल्ली के निजामुद्दीन के पास दोस्त मनोज तिवारी से 1 लाख 70 हजार रुपये लिए थे। इस दौरान अकाउंट खुलते ही सूर्यभान यादव ने मनोज तिवारी को पैसे देने की बात कही थी।
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एमपी से है पीड़ित
दरअसल, नोएडा सेक्टर-62 स्थित नोएडा वन बिल्डिंग में पोंजी स्कीम संचालक सूर्यभान यादव का वेबजोन टेक्नॉलजी के नाम से ऑफिस था। इसमें यह मल्टिलेवल मार्केंटिंग का काम करता था। एमपी के पीड़ित चंद्रकेतु दुबे ने भी इसमें पैसा लगया था। गड़बड़ होने के बाद चंद्रकेतु ने जबलपुर साइबर सेल सूर्यभान के खिलाफ शिकायत की थी।
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साइबर सेल हड़पना चाहती थी पैसा