पैसा हड़पने नोएडा गई थी MP पुलिस की साइबर सेल, 2 SI और 1 जवान गिरफ्तार, प्रदेश की कराई फजीहत

नोएडा : वसूली के आरोप एमपी पुलिस पर पहले भी लगते रहे हैं। पैसों के लालच में जबलपुर साइबर सेल की पुलिस ने पूरे एमपी की फजीहत करवा दी है। पोंजी स्कीम के आरोपी से साइबर सेल के 2 एसआई और 1 कांस्टेबल पैसा हड़पने के लिए दिल्ली गए थे। लेकिन आरोपी ने एक एसआई का नोएडा में पिस्टल छिन लिया। उसके बाद पूरा खेल खराब हो गया है। साथ ही पूरे मामले का खुलासा भी हो गया है। एमपी साइबर सेल की फजीहत हो रही है।

ये भी पढ़े : घोटाले में नीरव मोदी को भी पीछे छोड़ा, बैंकों को 8000 करोड़ का लगाया चूना, पूर्व सांसद पर केस दर्ज 

दरअसल, पोंडी स्कीम संचालक के सेक्टर-18 स्थित ICICI बैंक में फ्रीज अकाउंट में जमा 58 लाख रुपये एमपी पुलिस की स्टेट साइबर सेल हड़पना चाहती थी। इससे गुस्साए पोंजी स्कीम संचालक के साथियों ने पिस्टल लूट की वारदात की थी। नोएडा थाना सेक्टर-20 पुलिस इस मामले में एमपी स्टोल साइबर क्राइम टीम के सब इंस्पेक्टर राशिद परवेज खान, पंकज साहू और कांस्टेबल आसिफ खान को गिरफ्तार किया है। साथ ही पोंजी स्कीम के संचालक सूर्यभान यादव और शशिकांत यादव को भी गिरफ्तार किया है।

ये भी पढ़े : 2021 में 24 उपग्रहों को एक साथ किया जाएगा लॉन्च

पैसा हड़पना चाहती थी टीम

एमपी साइबर सेल की टीम पोंजी स्कीम संचालक सूर्यभान के संपर्क में 15 दिसंबर से थी। इसलिए उसे धमकाकार तीन दिन के अंदर 28 लाख 70 रुपये कैश भी हड़प चुकी थी। 4 लाख 70 हजार रुपये एमपी के पीड़ित चंद्रकेतू दुबे के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। वहीं, सूर्यभान के विटकॉइन, एथर, विटकॉइन कैश अकाउंट से टीम ने जबरन 24 लाख रुपये पीड़ित चंद्रकेतू दुबे के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे।

ये भी पढ़े : उद्धव ठाकरे के नाम सोनिया गांधी के खत पर राजनीति शुरू, शिवसेना बोली….


कांस्टेबल के अकाउंट में ट्रांसफर कराए पैसे

वहीं, साइबर सेल के एसआई ने गिरफ्तार किए गए कांस्टेबल आसिफ खान के अकाउंट में ट्रांसफर कराए थे। इससे पहले साइबर टीम ने पीड़ित चंद्रकेतू को पोर्टल बनवाने का झांसा देकर नोएडा भेजी थी। साइबर टीम पोंजी स्कीम संचालक को लगातार गिरफ्तारी का डर दिखाकर उससे पैसों का डिमांड कर रही थी।

ये भी पढ़े :  राजस्थान: लड़कियों को अकेले कमरे में बुलाकर शिक्षक शारीरिक संबंध बनाने का डालता था दबाव


आरोपी ने दोस्त से 3 लाख लेकर दिए

गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी सूर्यभान यादव ने इंदिरापुरम के एक पार्क के पास आने दोस्त से 3 लाख कैश टीम को दिया था। वहीं, दिल्ली के निजामुद्दीन के पास दोस्त मनोज तिवारी से 1 लाख 70 हजार रुपये लिए थे। इस दौरान अकाउंट खुलते ही सूर्यभान यादव ने मनोज तिवारी को पैसे देने की बात कही थी।

ये भी पढ़े : सरकारी कांट्रेक्टर के पास मिले 700 करोड़ का काला धन, IT Raid में खुलासा


एमपी से है पीड़ित

दरअसल, नोएडा सेक्टर-62 स्थित नोएडा वन बिल्डिंग में पोंजी स्कीम संचालक सूर्यभान यादव का वेबजोन टेक्नॉलजी के नाम से ऑफिस था। इसमें यह मल्टिलेवल मार्केंटिंग का काम करता था। एमपी के पीड़ित चंद्रकेतु दुबे ने भी इसमें पैसा लगया था। गड़बड़ होने के बाद चंद्रकेतु ने जबलपुर साइबर सेल सूर्यभान के खिलाफ शिकायत की थी।

ये भी पढ़े :  इंदौर में कैसे एक झगड़े में देखते ही देखते चली गई जान


साइबर सेल हड़पना चाहती थी पैसा

मामले की जांच कर रही साइबर सेल ने चंद्रभान का अकाउंट फ्रीज करवा दिया था। अब उसके अकाउंट को डी-फ्रीज करवा कर उसमें रखी राशि को हड़पना चाहते थे। अधिकारियों के अनुसार पोंजी स्कीम संचालक को यह बात नागवार गुजरी। उसी के साथ इसके पिस्टल लूट गए। एडिशनल पुलिस कमिश्नर लव कुमार ने कहा कि 2 एसआई, एक कांस्टेबल, पोंजी स्कीम संचालक और उसके भाई को गिरफ्तार किया गया है।

    Daily Update के लिए अभी डाउनलोड करे : MP samachar का मोबाइल एप 

लेटेस्ट न्यूज़
- Advertisment -

धार्मिक

error: Content is protected !!