फ्लोरिडा: स्पेसएक्स के पोलारिस डॉन मिशन के तहत 15 सितंबर 2024 को चार एस्ट्रोनॉट्स ने सफलतापूर्वक पृथ्वी पर वापसी की। ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने दोपहर 1:06 बजे फ्लोरिडा के ड्राई टोर्तुगास कोस्ट के पास समुद्र में लैंडिंग की। इस दौरान स्पेसक्राफ्ट की गति 27,000 किलोमीटर प्रति घंटे थी, जो वायुमंडल में प्रवेश के दौरान हवा के घर्षण से तापमान को 1,900 डिग्री सेल्सियस तक ले आई।
5 दिन का ऐतिहासिक मिशन
पोलारिस डॉन मिशन को 10 सितंबर को स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया था। इस मिशन के तहत एस्ट्रोनॉट्स 1,408.1 किलोमीटर की ऑर्बिट में गए, जो 50 साल से अधिक समय में कोई एस्ट्रोनॉट नहीं गया था। मिशन का मुख्य उद्देश्य स्पेस में नई ऊंचाइयों को छूना और एस्ट्रोनॉट्स को सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाना था।
वापसी का सबसे कठिन हिस्सा
किसी भी अंतरिक्ष मिशन का सबसे चुनौतीपूर्ण भाग होता है पृथ्वी पर लौटना। स्पेसक्राफ्ट ने डी-ऑर्बिट बर्न की प्रक्रिया शुरू की और 27,000 किमी प्रति घंटे की तेज़ी से वायुमंडल में प्रवेश किया। इस दौरान उत्पन्न होने वाली अत्यधिक गर्मी को हीटशील्ड ने नियंत्रित किया, जिससे एस्ट्रोनॉट्स को सुरक्षित रखा जा सका।
पैराशूट और समुद्र में लैंडिंग
वायुमंडल में प्रवेश के बाद स्पेसक्राफ्ट की गति को कम करने के लिए पैराशूट खोले गए, जिससे धीरे-धीरे स्पेसक्राफ्ट की स्पीड नियंत्रित हुई। अंत में, कैप्सूल ने फ्लोरिडा के समुद्र में लैंडिंग की, जहां पहले से बचाव दल मौजूद था। एस्ट्रोनॉट्स को कैप्सूल से निकालने से पहले फाइनल सेफ्टी चेक किया गया, जिसके बाद उन्हें सुरक्षित पानी से निकालकर जमीन पर लाया गया।
स्पेसएक्स और अंतरिक्ष की नई ऊंचाई
इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स लगातार अंतरिक्ष मिशनों में सफलता प्राप्त कर रही है, और यह मिशन भी इसी सिलसिले की एक और कड़ी है। इस मिशन की सफलता ने यह साबित कर दिया कि स्पेसएक्स के पास अत्याधुनिक तकनीक और संसाधन हैं, जो अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित अंतरिक्ष में भेजने और वापस लाने में सक्षम हैं।