मध्यप्रदेश। Madhya Pradesh में विधानसभा उपचुनावों की सरगर्मी के बीच 21 सितंबर शुरू होने वाले तीन दिन के सत्र को एक दिन का कर दिया गया है। सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा से मुलाकात की और इसके बाद हुई सर्वदलीय बैठक में कई निर्णय लिए गए। जानकारी के मुताबिक, मौजूदा स्थिति कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुसार सिर्फ 108 विधायक ही सत्र में हिस्सा ले सकते हैं। बैठक में तय किया गया कि इस सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। ऐसा पहली बार होगा जब सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा।
इसके अलावा स्पीकर व डिप्टी स्पीकर का चुनाव भी अभी नहीं होगा। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विधानसभा से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई जाती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष समेत सभी दलों के लोग इसमें होते हैं। मप्र की आंगनबाड़ियों में नहीं बांटा जाएगा अंडा, मिलेगा दूध मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि अब मध्यप्रदेश की आंगनवाड़ियों में अंडा नहीं दूध बांटा जाएगा।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि इसकी शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदनि से पूरे प्रदेश में होगी। उल्लेखनीय है कि आंगनवाड़ियों में अंडा देने पर कई लोगों ने आपत्ति जताई थी। मध्यप्रदेश की आंगनवाड़ियों में अंडा देने के फैसले के पीछे विभागीय मंत्री इमरती देवी का तर्क था कि इससे बच्चों में कुपोषण नहीं होगा। इधर कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा है कि इमरती को भाजपा ने उनकी हद बता दी है।