भोपाल। छह दिनों से दक्षिण-पश्चिम मानसून के अरब सागर में ठिठके रहने से नम हवाएं आगे नहीं बढ़ रही हैं। इससे मध्य प्रदेश भट्टी की तरह तपने लगा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी तीन-चार दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार को नौगांव में पारा 46.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। देश भर के सबसे गर्म शहरों में नौगांव दूसरे नंबर पर रहा। नौगांव के अलावा खजुराहो, राजगढ़ एवं ग्वालियर में लू चली। मध्य प्रदेश के 20 शहरों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वातावरण में नमी काफी कम रहने से गर्मी के तेवर लगातार तीखे बने हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के आसपास ट्रफ के रूप में बना पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ गया है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर नागालैंड तक एक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है। हालांकि दोनों मौसम प्रणालियों के कमजोर रहने के कारण वातावरण में अपेक्षाकृत नमी नहीं मिल रही है। इससे तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। उधर एक पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ के रूप में अफगानिस्तान के पास भी सक्रिय हुआ है। इसकी तीव्रता भी कम है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की बंगाल की खाड़ी वाली शाखा लगातार आगे की तरह बढ़ रही है, लेकिन अरब सागर में 30 जून से मानसून ठहरा हुआ है। इस वजह से नम हवाएं नहीं चल रही हैं। वातावरण में नमी नहीं रहने के कारण मध्य प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियों में भी तेजी नहीं आ पा रही है। इससे तापमान लगातार बढ़ रहा है। तीन-चार दिन में अरब सागर में मानसूनी हलचल बढ़ने की संभावना है। इसके बाद तापमान में गिरावट होने के आसार हैं।