ग्वालियर – संभागायुक्त व आइजी ने कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ने पर जिन बाजारों को अपने सामने बंद कराया था, वे 24 घंटे में ही खुल गए हैं। अब सुभाष मार्केट और नजरबाग मार्केट में नए नियम-कायदे तय कर दिए गए हैं, जिनके तहत दुकानों का संचालन होगा। शुक्रवार को जिला प्रशासन व पुलिस के साथ दोनों बाजारों के दुकानदारों की बैठक हुई। इसमें दुकानों के लिए नियम बने और सात-सात लोगों के दो दल भी गठित किए गए और बाजार खोलने पर सहमति बनी। अब निगरानी में बाजार चलेंगे वरना कार्रवाई की जाएगी। कोरोना गाइडलाइन टूटने पर बंद किए गए बाजारों को लेकर विधायक प्रवीण पाठक ने इंटरनेट मीडिया पर इसे प्रशासन का आतंक बताया। साथ ही प्रशासन के अधिकारियों से बात की और बैठक होना तय हुई।
एक शटर और दो शटर के लिए नियम -एक शटर वाली दुकान में दो ग्राहक खड़े हो सकेंगे और दुकान के अंदर सिर्फ दो लोग ही बिक्री के लिए मौजूद रहेंगे।
-दो शटर वाली दुकान में तीन लोग अंदर बिक्री कर सकेंगे और चार लोग यानी ग्राहक बाहर खड़े हो सकेंगे।
-दो दलों का गठन किया गया है जिसमें दो नगर निगम के लोग, दो व्यापारी और तीन पुलिस कर्मी शामिल किए गए हैं। यह दो दल बाजारों में नियमित घूमकर निगरानी रखेंगे।
-दुकानदार अपने काउंटर चिपकाकर रखेंगे, जिससे ग्राहकों के लिए जगह कम न पड़े, वहीं बाहर रखे जाने वाले पुतले व विज्ञापन नहीं कर सकेंगे।
जब विधायक पहुंचे बाजार तब भी टूट रही थी गाइडलाइनः विधायक प्रवीण पाठक भी दोपहर 3:35 बजे नजरबार व सुभाष मार्केट पहुंचे, और व्यापारियों से उनकी समस्याएं जानी। हालांकि विधायक की मौजूदगी में भी नजरबाग व सुभाष मार्केट में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा था। फुटपाथ व्यापारियों की भी यहां भीड़ लग रही थी।
काउंटर ही अतिक्रमण,उस पर नहीं माने दुकानदारः नजरबाग, सुभाष मार्केट और इस तरह के बाजारों में सबसे बड़ी समस्या दुकानदारों के काउंटर और उत्पादों का प्रदर्शन बाहर करना है। इसी को लेकर शुक्रवार को व्यापारियों की शाम को हुई बैठक में अफसरों ने आपत्ति जताई थी तो दुकानदारों ने आश्वासन भी दिया था। अब विधायक के दखल के बाद दुकानदार इस मूल समस्या को भूल गए और प्रशासन ने भी इसे फिलहाल नजरअंदाज कर दिया। शहर के अधिकतर बाजारों की सबसे बड़ी समस्या यही है।