भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने देवास जिले के नेमावर में हुए हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने की केंद्र सरकार से सिफारिश की है। नेमावर में जून 2021 में एक ही परिवार के पांच लोगों के कंकाल खेत में मिले थे। हत्या के बाद शवों को 10 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया गया था। शवोें को गलाने के लिए दफनाते वक्त यूरिया व नमक का इस्तेमाल किया गया था। मृतकों की शिनाख्त ममताबाई पति मोहनलाल कास्ते, बेटी रूपाली व दिव्या के रूप में की गई थी। साथ ही दो शव पूज पिता रवि ओसवाल कास्ते व 15 वर्षीय पवन कास्ते के कंकाल मिले थे। ये सभी मृतक 13 मई से गायब हो गए थे। कुछ समय बाद पुलिस ने नेमावर के खेत से पांच लोगों को शवों को बरामद किया था। मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा था।
13 मई 2021 को नेमावर बस स्टैंड के पीछे किराए के मकान में रहने वाले परिवार के गायब होने की सूचना पीथमपुर में रहने वाली भारती पिता मोहनलाल कास्ते ने दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस परिवार के लोगों को ढूंढने में लगी थी। पुलिस ने नेमावर निवासी खेत में हाली का काम कर रहे व्यक्ति को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की थी। सुरेंद्र सिंह पिता लक्ष्मण सिंह चौहान, उसके भाई को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की तो दोनों टूट गए थे। उन्होंने पांचों गुमशुदा की लाश खुद के खेत में गढ्डा खोदकर दफ्न करने की बात कही थी।
जिस पर मौके पर पुलिस ने पहुंचकर जेसीबी व नगर परिषद के सफाई कर्मियों की मदद से गड्ढे की मिट्टी निकालकर ममता बाई पति मोहनलाल कास्ते उम्र 45 वर्ष, रूपाली पिता मोहन लाल कास्ते उम्र21 वर्ष, दिव्या पिता मोहन कास्ते उम्र 14 वर्ष,पूजा पिता रवि ओसवाल उम्र 15 वर्ष, पवन पिता रवि ओसवाल उम्र 14 साल का शव बरामद किया था। हत्याकांड में पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार किया था।