भोपाल। मध्यप्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल से प्रारंभ होगा, जिसे प्रवेशोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
निर्देशों के अनुसार, सत्र शुरू होने से पहले स्कूलों को सजाया जाएगा और बाल सभा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान वरिष्ठ छात्र कनिष्ठ विद्यार्थियों का स्वागत करेंगे। साथ ही, 1 अप्रैल को सभी विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों का वितरण भी किया जाएगा।
25 मार्च तक नामांकन की समयसीमा
स्कूल शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए हैं कि 25 मार्च तक सभी कक्षाओं में नामांकन प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। इसके अलावा, प्रत्येक कक्षा में विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया है।
शिक्षकों की जिम्मेदारी स्कूल से छूटे बच्चों को वापस लाना
जो विद्यार्थी पिछले दो वर्षों में स्कूल में पढ़ रहे थे लेकिन इस वर्ष नामांकित नहीं हैं, उन्हें वापस लाने की जिम्मेदारी शिक्षकों को सौंपी गई है। प्रत्येक शिक्षक को 10 ऐसे विद्यार्थियों की जिम्मेदारी दी जाएगी, और इन बच्चों का भौतिक सत्यापन 10 अप्रैल तक पूरा करना अनिवार्य होगा।
सुविधाओं का वितरण
स्कूलों में नामांकित विद्यार्थियों को पात्रता के आधार पर पाठ्यपुस्तकें, छात्रवृत्ति, साइकिल और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। यह प्रक्रिया पोर्टल पर जानकारी अपडेट होने के बाद पूरी की जाएगी।
अभिभावकों की बैठक
स्कूलों को 17 मार्च तक शाला प्रबंध समिति और अभिभावकों की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बैठक में विद्यार्थियों के माता-पिता को आमंत्रित किया जाएगा, जहां उन्हें पिछले सत्र के प्रदर्शन और नए शैक्षणिक सत्र की आगामी गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी।
राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक का बयान
राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने बताया कि 1 अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होगा और इस दिन प्रवेशोत्सव आयोजित किया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि नए सत्र की शुरुआत को सुचारू बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएंगी।
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