ग्वालियर। ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन रूस युद्ध के बीच फंसे भारतीय छात्रों के वतन वापसी का सिलसिला शुरू तेज हो गया है, रोमानिया बॉर्डर पर फंसे 2 भारतीय छात्र ग्वालियर पहुंचे, ग्वालियर निवासी निखिल कुरेचिया और झांसी निवासी हर्षाली राजे यूक्रेन ने अपने वतन लौटकर खुश नजर आए। यूक्रेन से ग्वालियर पहुंचे MBBS के छात्रों का BJP सांसद विवेक शेजवलकर ने स्वागत किया। दोनों छात्रों ने कहा कि भारत सरकार और PM मोदी की बदौलत उनकी वतन वापसी हो पाई है।
हर्षाली
निखिल
छात्र बोले- PM मोदी की वजह से वतन लौट पाए…
सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने यूक्रेन से ग्वालियर लौटे MBBS के छात्र निखिल और हर्षाली का स्वागत किया। सांसद ने गुलदस्ता देते हुए छात्रों से बातचीत की। ग्वालियर के अमरकंटक अपार्टमेंट में रहने वाले निखिल कुरेचिया यूक्रेन की इवनो फ़्रेंकिन यूनिवर्सिटी और हर्शालीराजे टरनोपिल यूनिवर्सिटी में MBBS थर्ड ईयर के छात्र है, यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद दोनों ने वतन वापसी की उम्मीद छोड़ दी थी। दोनों किसी तरह रोमानिया बॉर्डर तक पहुंच तब कही जाकर भारत सरकार ने उनकी मदद करते हुए उन्हें एयरलिफ्ट कराया और घर तक पहुंचाया,
रोमानिया बॉर्डर में 100 मीटर पार करने में 8 घंटे लगे
दोनों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि युद्ध के बीच खुद को सुरक्षित रखने लम्बे वक्त तक बंकरों में रहना पड़ा,कई दिनों तक भूखे भी रहे। 100 मीटर का रास्ता पार करने में 8 घंटे का वक्त लगा। लेकिन रोमानिया बॉर्डर के अंदर पहुंचने पर वहाँ के लोगो ने आगे बढ़कर मदद की,कपड़े,खाना, रहने की व्यवस्था तक कि,जिसके चलते जब तक भारतीय एम्बेसी से सम्पर्क नही हुआ तब तक उन्हें सभी जरूरी मदद मिलती रही। दोनों ने वतन वापसी पर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है।