भोपाल: मध्य प्रदेश में नीलगाय और ब्लैक बक किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गए हैं, जो फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए वन विभाग ने एक अनोखी योजना बनाई है, जिसके तहत हेलीकॉप्टर की मदद से इन वन्य प्राणियों को पकड़ा जाएगा और सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। इस ऑपरेशन के लिए सरकार का अनुमानित खर्च 3 करोड़ रुपए है।
वन विभाग ने दक्षिण अफ्रीका से विशेष टीम को बुलाने का फैसला किया है, जो विभाग को नीलगाय और ब्लैक बक को पकड़ने की ट्रेनिंग देगी। विशेषज्ञों की यह टीम पहले ही शाजापुर जिले और आसपास के इलाकों का सर्वे कर चुकी है। बारिश के बाद यह टीम वापस आएगी और वन्य प्राणियों को पकड़ने की प्रक्रिया शुरू होगी।
शाजापुर में होगा पहला ऑपरेशन
वन विभाग इस ऑपरेशन के तहत शाजापुर जिले में लगभग 400 ब्लैक बक और 100 से अधिक नीलगाय को पकड़ने का लक्ष्य रख रहा है। इसके लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी। हेलीकॉप्टर से इन वन्य प्राणियों को खदेड़कर विशेष रूप से बनाए गए बोमा में कैद किया जाएगा, जिसके बाद इन्हें जंगलों में सुरक्षित स्थानों पर छोड़ दिया जाएगा।
किसानों की समस्या का समाधान
प्रदेश के 35 जिलों में नीलगाय और ब्लैक बक की बड़ी संख्या है, जो किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। वन विभाग के इस प्लान का मुख्य उद्देश्य किसानों को राहत दिलाना है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह योजना सफल रही तो प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसे लागू किया जाएगा।
दक्षिण अफ्रीका की टीम देगी ट्रेनिंग
नीलगाय और ब्लैक बक को पकड़ने के लिए वन विभाग को दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों की मदद मिल रही है। यह टीम वन्य प्राणियों को पकड़ने के अत्याधुनिक तकनीकों की जानकारी देगी। विशेषज्ञों की टीम ने पहले ही शाजापुर और इसके आस-पास के क्षेत्रों का सर्वे किया है, ताकि ऑपरेशन को सुचारू रूप से अंजाम दिया जा सके।
इस योजना के तहत हेलीकॉप्टर किराए पर लेने के लिए सरकार ने 3 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है। यह पहल मध्य प्रदेश में वन्य प्राणियों से संबंधित समस्याओं का समाधान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।