शिवपुरी । प्रदेश के पटल पर एड्स के हाई रिस्क गुप मे शिवपुरी भी शामिल है। यहां महिला सेक्स वर्कर के अलावा पुरुष सेक्स वर्कर भी बड़े पैमाने पर कार्यरत है जिससे खतरा और बढ़ गया है। शिवपुरी की रेटिंग महिला सेक्स वर्कर्स के मामले में प्रदेश के टाप टेन शहरों में है वहीं यहां गे अर्थात पुरुष सेक्स वर्कर्स का भी चौकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। यह दोनों ही स्थितियां शिवपुरी को एड्स के हाई रिस्क जोन में शामिल करती हैं जो बड़ा खतरा है। प्रदेश में महिला सेक्स वर्कर्स के मामले में इंदीर नम्बर वन पर है तो शिवपुरी 7 वीं पायदान पर है। पुरुषों से देह व्यापार कर सम्बंध बनाने वाली महिलाओं की संख्या शिवपुरी में 1218 है, जबकि पुरुषों से सम्बंध बनाने वाले पुरुषों की संख्या शिवपुरी में 222 है जो चौकाने वाला आंकड़ा है। यह रिपोर्ट मध्यप्रदेश एड्स कंट्रोल सोसाइटी ने जारी की है।
सोसाइटी प्रदेश में हाई रिस्क गुप के 55 हजार लोगों में एडस की रोकथाम के लिए गैर सरकारी संस्थाओं के जरिए काम कर रही है। सोसाइटी हाई रिस्क कटेगरी वाले लोगों को जागरूक करती है। एचआईवी स्क्रीनिंग कराने का काम भी करती है। जिनमें एचआईवी की पुष्टि होती है उनका इलाज कराया जाता है। एचआईवी पॉजिटिव पेशेंट्स के सेक्स पार्टनर और बच्चों की भी एचआईवी स्क्रीनिंग कराई जाती है ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके। रिपोर्ट के मुताबिक जो मेल एक दूसरे से संबंध बनाते हैं उन्हें रिसर्च की भाषा में एमएसएम कहा जाता है।
इनमें अधिकांश आपसी सहमति से संबंध बनाते है। सोसाईटी के लोगों को कई बार छोटे किराना जनरल स्टोर सैलून ऑनर ऐसे लोगों की जानकारी देने में अहम भूमिका निभाते हैं। फिर एक से अधिक पार्टनर वाले व्यक्ति से मुलाकात कर उसकी काउंसिलिंग की जाती है। कई बार मिलने पर ही वह अपनी निजी जिदगी के बारे में जानकारी शेयर करते है फिर उन्हें एचआईवी स्क्रीनिंग के लिए तैयार किया मन में हाई रिस्क समूह में करीब 12 हजार में एमएसएम रिकॉर्ड में है। सबसे ज्यादा 1570 इंदौर