भोपाल। संघ के स्वयंसेवकों की टीम प्रदेश में होने वाले 27 विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पॉलिटिकल माइक्रो मैनेजमेंट में तैनात किया जा रहा है। भाजपा संघ के विस्तारकों के माध्यम से एक माह पहले से इन विधानसभा क्षेत्रों की रिपोर्ट ले रही है, पर अब यह माइक्रो मैनेजमेंट बूथ लेवल पर फोकस किया जाने वाला है। इसकी निगरानी खुद संघ के क्षेत्रीय पदाधिकारी करने वाले हैं। ताकि चुनाव में पार्टी को होने वाले नफा नुकसान के हालातों से अवगत कराया जा सके। चुनाव में संघ का भाजपा में सीधा हस्तक्षेप नहीं होता लेकिन जब भी पार्टी कमजोर दिखती है तो संघ के पदाधिकारी मतदाता का मूड भांपने और पार्टी की रणनीति में बदलाव के लिए ऐन वक्त पर फीडबैक देने का काम करते हैं।
इसी परिप्रेक्ष्य में प्रदेश में शिवराज सरकार के कामों के आधार पर संघ अपने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से निगेटिव रिपोर्ट लेने जा रहा है। मध्यभारत और मालवा में इसको लेकर संघ के पदाधिकारी दीपक विस्पुते और अशोक पांडे समेत अन्य मानीटरिंग में भी जुट गए हैं और प्रदेश अध्यक्ष व संगठन महामंत्री को फीडबैक से अवगत करा रहे हैं। इसके लिए संघ द्वारा सभी अनुषांगिक संगठनों के जरिये यह रिपोर्ट एकत्र कराई जा रही है जिसमें आदिवासी, साहित्यकार, समाजसेवी, अधिकारी, चिकित्सक समेत अलग-अलग संवर्ग के लोग शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि चूंकि संघ मध्यप्रदेश को साफ्ट हिन्दुत्व के लिए सबसे बेहतर मानता है और कांग्रेस की सरकार के दौरान संघ की शाखाओं और गतिविधियों को टारगेट किया गया था। इसलिए भी संघ कोई चूक नहीं होने देना चाहता कि कांग्रेस को वापसी का मौका मिल सके।