मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम, जो देशभर में भक्तों के बीच प्रसिद्ध है, अब दूषित प्रसाद बेचने की आशंका के चलते चर्चा में है। तिरूपति बालाजी के प्रसाद में गड़बड़ी की घटना के बाद, बागेश्वर धाम में भी इसी तरह की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की।
खाद्य विभाग की कार्रवाई छतरपुर कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग की टीम ने बागेश्वर धाम के आसपास की दुकानों और होटलों पर छापेमारी की। 10 प्रसाद की दुकानों और 2 होटलों का निरीक्षण किया गया, और विभिन्न खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए। इस दौरान कुछ दूषित मिठाइयों को नष्ट भी किया गया। टीम ने कृष्णा प्रसाद भंडार, कन्हैया होटल, और अग्रवाल मिष्ठान भंडार जैसी प्रमुख दुकानों से पेड़ा, मगज के लड्डू, और कलाकंद के नमूने लिए। दूषित पाए जाने पर 2 किलोग्राम मिल्क केक और 20 किलोग्राम मगज लड्डू नष्ट कराए गए।
प्रसाद की गुणवत्ता की जांच खाद्य विभाग की टीम ने विभिन्न मिठाई भंडारों और होटलों से खाद्य पदार्थों के सैंपल्स लेकर जांच के लिए भेजा है। कलेक्टर के निर्देश पर यह कदम उठाया गया ताकि भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। बागेश्वर धाम में हर रोज़ हज़ारों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं, और दूषित प्रसाद की आशंका ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है।
बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के भक्त पूरे देश में फैले हुए हैं, और इस धाम की ख्याति भी देशभर में प्रसिद्ध है। ऐसे में प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करना प्रशासन के लिए प्राथमिकता बन गई है।