ग्वालियर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ग्वालियर की आधुनिक गौशाला में बायो CNG प्लांट का वर्चुअली उद्घाटन किया। यह प्लांट इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सहयोग से स्थापित किया गया है, जो मध्य प्रदेश में अपनी तरह का पहला और देश की पहली आधुनिक गौशाला है। इस प्लांट के माध्यम से गाय के गोबर से बायो CNG और जैविक खाद का उत्पादन किया जाएगा। प्लांट का उद्देश्य न केवल स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में योगदान देना है, बल्कि गौशाला को आत्मनिर्भर और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना भी है। साथ ही गौशाला में cng गैस बनने से ये प्रोफिटेबल भी होंगी.
प्रमुख लाभ और उद्देश्य
गौशाला में रोजाना 100 टन गोबर से लगभग 2 से 3 टन बायो CNG और 20 टन जैविक खाद तैयार होगी। इससे ग्वालियर नगर निगम के वाहनों को ईंधन के रूप में बायो CNG मिलेगी और इसका उपयोग आम जनता के लिए भी किया जाएगा। साथ ही, जैविक खाद किसानों को उचित दाम पर उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा।
इस प्लांट से नगर निगम, ग्वालियर को सालाना 7 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना को ‘वेस्ट टू वेल्थ’ का आदर्श उदाहरण बताया, जो कार्बन उत्सर्जन में कमी और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि इस प्लांट से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और गौशाला भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेगी।
ग्रीन और क्लीन ऊर्जा में मध्य प्रदेश का योगदान
प्रधानमंत्री ने ग्वालियर के इस बायो CNG प्लांट को मध्य प्रदेश के ग्रीन एनर्जी मिशन का एक बड़ा कदम बताया। राज्य में यह पहली गौशाला है, जहां केवल गाय के गोबर का उपयोग करके बायो CNG का उत्पादन किया जा रहा है। इससे पहले इंदौर में भी एक बायो CNG प्लांट स्थापित किया गया था, लेकिन वहां गीले कचरे से गैस बनाई जाती थी, जबकि ग्वालियर का प्लांट विशेष रूप से गाय के गोबर पर आधारित है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और अन्य मंत्री भी उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित थे। सभी ने प्रधानमंत्री मोदी की इस परियोजना की सराहना की और इसे ग्रीन एनर्जी की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
गौशाला का विस्तार और भविष्य की योजनाएं
ग्वालियर की इस आदर्श गौशाला में करीब 10,000 गायों को रखा गया है। बायो CNG प्लांट की कुल लागत 32 करोड़ रुपये है और इसे ग्वालियर नगर निगम द्वारा संचालित किया जा रहा है। सांसद निधि से 2 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि का उपयोग गौशाला के विस्तार के लिए किया जाएगा, जिसमें और 2,000 गायों के लिए आधुनिक शेड का निर्माण किया जाएगा।
मध्य प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा का भविष्य
मध्य प्रदेश में इस प्लांट के अलावा 104 अन्य बायो गैस संयंत्र भी संचालित हैं, जो राज्य को स्वच्छ और हरित ऊर्जा की दिशा में आगे ले जा रहे हैं। केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश देश में बायो गैस संयंत्रों की स्थापना में तीसरे स्थान पर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्वालियर की यह परियोजना न केवल स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन का एक उदाहरण है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी और उनकी ‘वेस्ट टू वेल्थ’ की सोच के प्रति आभार व्यक्त किया और इसे राज्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।