मध्यप्रदेश की 97 हजार आंगनबाड़ियों में महिला और बाल विकास विभाग जल्द ही प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र को एक-एक मोबाइल सिम देने की योजना बना रहा है। इस संबंध में 21 अगस्त तक ऑफर मांगे गए थे, लेकिन अब इस तारीख को बढ़ाकर 30 अगस्त कर दिया गया है।
यह सिम 1 लाख 1 हजार 191 कार्यकर्ताओं और सुपरवाइजरों को प्रदान की जाएगी, जो स्थायी रूप से आंगनबाड़ी में पदस्थ कार्यकर्ताओं के पास रहेगी। कार्यकर्ता के हटने या रिटायर होने पर भी यह नंबर नहीं बदलेगा और हमेशा सक्रिय रहेगा।
चार साल पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल दिए गए थे, जिनमें वे अपनी सिम का उपयोग कर रही थीं। अब सरकार द्वारा दिए गए सिम इन मोबाइल में उपयोग होंगे। यह व्यवस्था इसलिए की जा रही है ताकि हर आंगनबाड़ी केंद्र का एक स्थायी नंबर हो।
सूत्रों के अनुसार, विभाग मौजूदा मोबाइल नेटवर्किंग सिस्टम को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी चार मोबाइल सेवा प्रदाताओं के ऑफर स्वीकार कर सकता है। यह इसलिए ताकि किसी एक कंपनी की मोनोपोली न हो और महिला एवं बाल विकास विभाग का काम सुचारू रूप से चलता रहे। जिस कंपनी का नेटवर्क जिस इलाके में बेहतर होगा, वहां उसी कंपनी से सिम लिए जाएंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को चार साल पहले दिए गए मोबाइल अब धीरे-धीरे बदले जाएंगे, क्योंकि इसकी अवधि समाप्त हो रही है। फिलहाल, सरकार तीन महीने में 500 रुपए सिम रिचार्ज के लिए कार्यकर्ताओं के खाते में भेजती है, जो औसतन हर महीने 160 रुपए होता है। अब नए मोबाइल सिम देने के साथ रिचार्ज की क्या व्यवस्था होगी, इस पर शासन स्तर पर विचार किया जा रहा है।