भोपाल। राजधानी भोपाल में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाने की तैयारी कर ली है। जिन कॉलोनाइजर्स ने तय समय सीमा में आवश्यक दस्तावेज पेश नहीं किए, अब उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई जाएगी। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि जिले के विभिन्न इलाकों में अवैध कॉलोनियों को चिन्हित कर उनके कॉलोनाइजर्स को नोटिस भेजे गए थे। दस्तावेज प्रस्तुत करने में विफल रहने वालों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
सर्वे के बाद कार्रवाई
जिला प्रशासन ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों का सर्वे कर कई अवैध कॉलोनियों को चिन्हित किया था। इनमें रातीबड़, नीलबड़, कानासैय्या, कालापानी, बैरसिया रोड, करोंद, और बैरागढ़ जैसे इलाके शामिल हैं, जहां अवैध रूप से कॉलोनियों का निर्माण हुआ है। प्रशासन द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद भी कई कॉलोनाइजर्स ने समय सीमा के भीतर वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए। अब प्रशासन उन पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रहा है।
कलेक्टर कोर्ट में चल रही सुनवाई
कलेक्टर कोर्ट में इन प्रकरणों की सुनवाई जारी है, और अब तक एक दर्जन मामलों की सुनवाई पूरी हो चुकी है। जल्द ही इन पर FIR दर्ज की जाएगी। इसके साथ ही 70 नए प्रकरणों की जांच भी चल रही है।
सांसद ने भी उठाया था मुद्दा
भोपाल के सांसद आलोक शर्मा भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अवैध कॉलोनियों के कॉलोनाइजर्स जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। साथ ही, उन्होंने उन कॉलोनाइजर्स पर भी निशाना साधा जो अपने कर्मचारियों के नाम पर जमीन लेकर जांच से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
321 कॉलोनियों को किया गया वैध
2023 में हुए सर्वे में 576 अवैध कॉलोनियों की पहचान की गई थी, जिनमें से 321 कॉलोनियों को वैध किया जा चुका है। 255 कॉलोनाइजर्स पर पहले ही FIR दर्ज की जा चुकी है, और अब 70 और कॉलोनाइजर्स के खिलाफ कार्रवाई होने जा रही है।
इस कार्रवाई का उद्देश्य शहर में बढ़ती अवैध कॉलोनियों को रोकना और आम नागरिकों को धोखाधड़ी से बचाना है।