ग्वालियर : एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का गोले के मंदिर चौराहे पर काफिला रोक लिया। उन्होंने बेशरम के फूलों के साथ अपना ज्ञापन दिया। कार्याकर्ताओं ने कहा कि आपके बड़ा बेशर्म कोई नहीं है। फूलों को देख सिंधिया कांच चढाने लगे और आगे बढ़ गए। हालांकि बाद में उन्हाेंने कार्यकर्ताओं का ज्ञापन ले लिया।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक सचिन द्विवेदी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता गाेला का मंदिर पर खड़े हुए थे। उन्होंने सिधिया के काफिले को रोक लिया। ज्ञापन में कहा कि जब लोगों की कोरोना के कारण मौत हो रही थी, तब आप एक दिन ग्वालियर चंबल संभाग में दिखाई नहीं दिए। आप जब कोरोना चला गया, उसके बाद आप दिखाई देने लगेे हैं। लोगों की मौत को मजाक बनाकर उनके घर जा रहे हैं।
उनके जख्मों को कुरेद रहे हैं। आप आपद में अवसर कमा रहे हैं। कोरोना के बाद आपके भोपाल व ग्वालियर में दौरे शुरु हो गए हैं। आप से बड़ा बेशर्म कोई नहीं है। सचिन द्विवेदी ने कहा कि लोगों के घर मौत की सांत्वना देने के लिए भीड़ के साथ जा रहे हो। कोरोना फैलाने की संभावनाओं को जन्म दे रहे हैं। लोगों को जब आपकी जरूरत थी, तब नहीं आए । एक समय एनएसयूआई के कार्यकर्ता आपके कहने पर जेल में रहे थे,आप इनके काम भी नहीं आए । एनएसयूआई के इस विरोध काे देखकर सिंधिया समर्थक भी चौंक गए। बेशरम के फूल देने के बाद जब एनएसयूआइ ने अपना ज्ञापन पढना शुरू किया ताे सिंधिया गाड़ी का कांच चढ़ाकर आगे बढ़ गए।