नई दिल्ली। भारत ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए देश में वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए अपने मानदंडों को कड़ा कर दिया है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को भारत से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 जनवरी 2022 तक बढ़ा दिया। भारत सरकार ने इस संबंध में “COVID-19 से संबंधित यात्रा और वीजा प्रतिबंध” शीर्षक से एक परिपत्र जारी किया। सर्कुलर में कहा गया है कि 26 नवंबर को जारी पिछली अधिसूचना में आंशिक संशोधन करते हुए, संबंधित प्राधिकरण ने भारत से आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 जनवरी 2022 के 2459 घंटे IST तक बढ़ाने का फैसला किया है। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय सभी कार्गो संचालन और विशेष रूप से नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं है।
हालांकि, मामले के आधार पर सक्षम अधिकारियों द्वारा चयनित मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय अनुसूचित उड़ानों की अनुमति दी जाएगी। ताजा सर्कुलर ओमाइक्रोन नाम के नए कोविड -19 स्ट्रेन के मामलों में वृद्धि के बीच आया है जो दुनिया भर में फैल गया है।
केंद्र सरकार के यात्रा प्रतिबंधों में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अनिवार्य आरटी-पीसीआर टेस्ट और क्वारंटीन सहित विभिन्न उपाय शामिल हैं। साथ ही, ‘जोखिम में’ देशों से भारत आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर परीक्षणों से गुजरना पड़ता है और वे निगेटिव रिजल्ट हासिलकिए बिना हवाई अड्डे से बाहर नहीं जा सकते हैं या कनेक्टिंग फ्लाइट नहीं ले सकते हैं। साथ ही, इन देशों से भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को अतिरिक्त क्वारंटाइन उपायों से गुजरना पड़ता है।