खरगोन। खरगोन में महाशिवरात्रि पर एक दलित युवती को महादेव की पूजा करने से रोक दिया गया। पुजारी ने युवती को मंदिर में एंट्री नहीं दी। इस घटना को लेकर जमकर बवाल मचा है। मामला टेमला गांव का है। महाशिवरात्रि पर जब युवती पूजन करने मंदिर पहुंची, तो पुजारी ने उसे भीतर जाने से रोक दिया। पुजारी के साथ दो महिलाएं भी उसे भीतर नहीं जाने का कहने लगीं। युवती पूजा करने देने की गुहार लगाती रही। संविधान की दुहाई देती रही। पुलिस को बुलाने की भी बात कही। लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई। युवती कहती रही कि संविधान में कहां लिखा है कि यह सिर्फ तुम्हारे भगवान हैं। इस मामले में गुरुवार को युवती के साथ अनुसूचित जाति के लोग एसपी ऑफिस पहुंचे और विरोध जताया। जिसके बाद मेनगांव पुलिस ने पुजारी के साथ ही दो महिलाओं पर केस दर्ज किया है।
महाशिवरात्रि के दिन पूजा खांडे नाम की युवती शिव मंदिर में पूजन करने पहुंची थी। वह जब मंदिर में प्रवेश करने लगी तो पुजारी ने उसे बाहर ही रोक दिया। वह भीतर जाने लगी तो दो महिलाएं भी उसे रोकने लगीं। उसने पुलिस बुलाने का कहा तो, कहने लगीं बुला ले, पर मंदिर के भीतर नहीं जाना। काफी देर तक बहस के बाद उसे जबरन पूजन के लिए मंदिर में घुसना पड़ा। पुजारी ने उसे रोकने की कोशिश भी की। इस दौरान यहां मौजूद लोगों ने वीडियो बना लिया। यह वीडियो सामने आने के बाद बवाल मच गया। गुस्साए समाजजन एसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने नारेबाजी कर न्याय की मांग की।
जानकारी के अनुसार बात दे पीड़िता का कहना है कि पंडित मंदिर में नहीं जाने दे रहे थे। हमें मंदिर में पूजा करने का अधिकार चाहिए, संविधान में कहां लिखा है कि हम मंदिर नहीं जा सकते। उस वक्त 100 से 200 लोग देख रहे थे। उसके बावजूद भी कुछ नहीं कहा। मंदिर में जाने का सभी को हक है। एसपी सिद्धार्थ चौधरी का कहना एक मार्च को वीडियो सामने आया था। टेमला की युवती को मंदिर में पूजा करने से रोका है। मामले में तीन के खिलाफ केस दर्ज किया है। शीघ्र गिरफ्तारी करेंगे।