मुरैना। मुरैना में दूल्हा फूट-फूटकर रोया। मंडप वाले दिन वह अपने ताऊ को खाने के लिए बुलाने गया था, लेकिन ताऊ और उसके बेटों ने उसे बुरी तरह पीट दिया। घायल हालत में उसे परिजन जिला अस्पताल लाए। इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। आज बारात धौलपुर जाना है।
मामला मुरैना के छोटी लालौर गांव का है। गांव में सुरेश निगम रहते हैं। उनके इकलौते बेटे धर्मेंद्र का कल मंडप था। मंडप की दावत में उनके बड़े भाई प्रभु निगम व परिवार शामिल नहीं हुआ। उन्होंने न्योता भिजवाया तो भी वे लोग नहीं आए। रिश्तेदारी में आए लोगों ने जब अधिक जोर दिया, तो उन्होंने अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भेजा, लेकिन वे फिर भी नहीं आए। इस पर हाथ में कंगन बांधे धर्मेंद्र बोला- चलो मैं ही ताऊ और ताई को बुलाकर लाता हूं। वह जैसे ही प्रभु निगम के घर में घुसा तथा आवाज लगाई तो ताऊ व उसके तीनों लड़कों ने उस पर हमला बोल दिया।
उन्होंने उसे लात-घूंसें व सरियों से पीट दिया। पिटने से वह चीखा तो उसकी चीख सुनकर उसके पिता, मां कमलेश व बड़ी बहन ममता बचाने दौड़े। पहले से तैयार बैठे उन लोगों ने उन पर भी हमला बोल दिया। इसके बाद मौके पर दावत में आए अन्य मेहमान भी वहां पहुंच गए तथा उन्होंने पूरे घर को बचाया। घायल अवस्था में ही धर्मेंद्र को जिला अस्पताल लेकर आए अस्पताल में धर्मेंद्र रो रहा था। वह बार-बार कह रहा था कि नरेंद्र से मैंने कहा कि खाना खाने चल, लेकिन वह नहीं चल रहा था, तो मैंने कहा कि मत चल। इसी बात पर उसने मेरा कॉलर पकड़ लिया। मैंने भी उसका कॉलर पकड़ लिया। इसके बाद तीनों भाई आ गए तथा उन्होंने मुझे लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। धर्मेंद्र के पिता सात भाई हैं। सबसे बड़े ज्वाला प्रसाद निगम हैं, दूसरे नंबर के मुन्ना निगम, तीसरे प्रभु निगम (जिन्होंने पीटा), चौथे सुरेश निगम (जिनके बेटे को पीटा), पांचवें पप्पू निगम (जिनकी मौत हो चुकी है), छठवें कल्ला निगम व सातवें बल्लू निगम। सुरेश निगम के पांच बेटियां हैं। अकेला बेटा धर्मेंद्र है। उनका मकान पीटने वाले भाई प्रभु निगम के आगे बना है। इसी मकान को लेकर विवाद है।
धर्मेंद्र का आरोप है कि ताऊ चाहते हैं कि उसकी शादी न हो, मकान उन्हें मिल जाए। इसी वजह से उन्होंने उसकी पहले तय तीन रिश्तों को तुड़वा दिया। एक रिश्ता ग्वालियर में तय हुआ था। इसे तुड़वाने पर लड़की वालों ने जब कहा कि हमारा पैसा सगाई में खर्च हुआ है, तो चालीस हजार रुपए धर्मेन्द्र के पिता से दिलवाए थे। धर्मेंद्र की पांच बहने हैं। सबसे बड़ी बहन ममता की शादी हो चुकी है। वह पोरसा कस्बे में ब्याही है। उसकी चार बहनें सोनम, मीनू, नंदनी व मोना अभी शादी के लिए बाकी हैं। सुरेश निगम चाहते हैं कि उनके बेटे की शादी हो जाए, इसके बाद वे अपनी बेटियों की शादी करें, लेकिन उनके बड़े भाई प्रभु निगम व उनका परिवार नहीं चाहता कि उनके बेटे धर्मेंद्र की शादी हो।
सबसे खास बात यह है कि धर्मेंद्र की मां कमलेश व उसकी ताई बिसिन देवी जो कि प्रभु निगम की पत्नी हैं, दोनों सगी बहने हैं। इसके बावजूद उसकी मौसी यानी ताई नहीं चाहती हैं कि उसकी शादी हो। हालांकि उसके अन्य चाचा-ताऊ से अच्छे संबंध हैं, लेकिन प्रभु निगम व उसके बेटे नरेन्द्र, छोटेलाल व राजू से उसकी बिल्कुल नहीं पटती है।
धर्मेंद्र ने बताया कि मारपीट के दौरान उसके गले में पड़ी सोने की चेन ताऊ के लड़कों ने लूट ली। उसकी सबसे बड़ी बहन ममता उसे बचाने गई तो उसकी डेढ़ तोले की सोने की चैन भी लूट ली। कोतवाली थाना पुलिस ने धर्मेन्द्र के आवेदन पर ताऊ के तीनों लड़कों नरेन्द्र निगम(जाटव), राजू जाटव व छोटू जाटव के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है।