ग्वालियर। ग्वालियर में हरियाली अमावस्या के मौके पर मासूम बच्चों ने समाज को पर्यावरण को संरक्षित रखने और जल बचाने का संदेश दिया। थाटीपुर के रामकृष्ण विद्या मंदिर में पाँच सौ से ज्यादा बच्चों ने अपने हाथ से ड्राइंग और राइटिंग कॉम्पिटिशन में हिस्सा लिया।बच्चों ने जल संरक्षण और पर्यावरण को सुरक्षित रखने ड्राइंग और राइटिंग में अपनी रचनात्मकता दिखाई।वहीं उन्होंने अपने विचारों को कला के माध्यम से व्यक्त किया।इस कार्यक्रम के आयोजक स्वामी सुप्रदीप्तानंद स्वामी एवं वाटर वूमन सावित्री श्रीवास्तव ने बच्चों को प्रेरित करने उन्हें पुरस्कार देने की घोषणा की है।
उनका कहना था कि बच्चे समाज को नई दिशा दे सकते हैं ।जल को बचाने की मुहिम बच्चों के माध्यम से एक नए मिशन को जन्म देगी। जब बच्चे जागरूक होंगे तो लोग भी इस बारे में सोचेंगे गौरतलब है कि वाटर वूमन सावित्री श्रीवास्तव ने देश भर के विभिन्न राज्यों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने अब तक सात लाख मिलियन लीटर पानी जमीन के गर्भ में डाला है। वे अपनी एक संस्था बनाकर देशभर में लोगों को पानी बचाने और उसका संरक्षण करने का संदेश दे रही हैं
उन्हें जल मंत्रालय द्वारा भी वाटर वूमेन का नाम दिया गया है उनका मानना है कि बच्चों में पानी को लेकर जागरूकता लाना बेहद जरूरी है क्योंकि बच्चे पानी का मिस यूज करते हैं जब उन्हें अभी से इसकी मेहता का पता लगेगा तो वह जीवन में जल संरक्षण करेंगे और दूसरों को भी इसका संदेश देंगे क्योंकि आने वाला कल उनका है जल है तो कल है के साथ ही जल है तो सृष्टि है और प्रकृति भी है यही संदेश देने उन्होंने स्कूली बच्चों के बीच चित्र और निबंध के जरिए प्रतियोगिता का आयोजन किया था।