भोपाल : मध्यप्रदेश में एक बार फिर कोरोना ने रफ्तार पकड़ी है. ठंड बढ़ने के साथ राज्य में कोविड-19 की दूसरी लहर आ चुकी है. शनिवार को 17 सौ नए मरीज मिले हैं, इससे पहले ये आंकड़ा एक हजार के नीचे जा चुका था.
कोरोना के मामलों में इजाफा होने के बाद प्रदेश सरकार ने एतियातन राजधानी भोपाल समेत पांच जिलों में रात का कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है. शनिवार को 1700 नए मरीज मिलने के बाद प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 1 लाख 91 हजार 246 हो गई है. इंदौर और भोपाल में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है|
शनिवार को इंदौर में 492 नए मरीज मिलने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 37115 हो गई है और 729 लोग अपनी जान गवां चुके हैं, जबकि भोपाल में 313 मामले सामने आने के बाद संक्रमितों मरीजों का आंकड़ा 29051 तक पहुंच गया है.
504 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेजी देखते हुए सरकार ने 5 जिलों में 21 नवंबर से नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है. जिन जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, उनमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा शामिल हैं. इनमें रात 10 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू रहेगा|
अनलॉक होने के बाद भोपाल और इंदौर में लोगों ने काफी लापरवाही बरती है. कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का लोगों ने पालन नहीं किया है. कई राजनीतिक आयोजन भी इसके लिए जिम्मेदार हैं. इसके आलावा प्रदेश में ठंड बढ़ना भी एक वजह बताई जा रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को एक घंटे की समीक्षा बैठक की. इसमें जिलों से आई क्राइसिस मैनेजमेंट रिपोर्ट पर चर्चा की गई|
जिसमें सामने आया कि जिन 9 जिलों में संक्रमण सबसे ज्यादा है, उनमें क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के फैसलों को लागू किया जाए. शिवराज सिंह ने साफ कहा कि वे बंद के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि इससे आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित होती हैं.
मध्यप्रदेश में कोरोना के पूरे आंकड़े शनिवार को 1,700 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद प्रदेश मेंकुल संक्रमितों की संख्या 1,91,246 हो गई है, जबकि मौत का आंकड़ा 3,149 है. अब तक प्रदेश में 1,76,905 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 11192 मरीज एक्टिव हैं|