ग्वालियर। काेविड काल में काेराेना मरीजाें काे भर्ती करने के लिए सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल काे आरक्षित कर दिया गया था। अब जब काेविड मरीजाें की संख्या कम हुई ताे सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल से काेविड की छाप हटाने की तैयारी प्रबंधन ने कर ली है। इसके तहत अब आज से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में साधारण मरीजाें का उपचार एवं भर्ती करने की सुविधा शुरू कर दी गई है। जिससे मरीजाें काे बड़ी राहत मिलेगी।
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के द्वार आखिरकार मरीजों के लिए खोल दिए गए हैं। अब आधुनिक अस्पताल में मरीजाें काे भर्ती कर इलाज देना शुरू कर दिया गया है। इसके लिए जीआर मेडिकल कालेज के डीन डा समीर गुप्ता ने एक सितंबर से सुपर स्पेशियलिटी में ओपीडी के साथ-साथ आइपीडी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत सुबह 9 बजे ओपीडी शुरू की गई। साथ ही ओपीडी में कोई गंभीर मरीज पहुंचा ताे उसे भर्ती भी किया गया। आधुनिक अस्पताल में सभी आधुनिक मशीनें स्टाल कर दी गई हैं। इन मशीनों का लाभ जेएएच के मरीजों को भी मिलेगा। साथ ही गंभीर रोगों का इलाज जब शहर में मिलेगा तो लोगाें काे इलाज के लिए शहर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
सुपर स्पेशियलिटी में अभी दो बीमारियों की ओपीडी शुरू की गई है। पहली तो यूरोलॉजी और दूसरी पीडियाट्रिक सर्जरी। इन दाेनाें विभागाें की ओपीडी कोविड से पहले भी शुुरु थी, पर तब मरीजाें काे भर्ती नहीं किया जाता था। अब नर्सेस की भर्ती होने के बाद मरीजों को भर्ती करने की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि 165 करोड़ की लागत से तैयार सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आइपीडी चालू होने से इलाज के लिए मरीजों को शहर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। यह अस्पताल दो साल पहले बनकर तैयार हो गया था हालांकि अस्पताल को जीआर मेडिकल कालेज ने अभी तक हैंडओवर नहीं लिया। इधर दो विभागों के अलावा अन्य चार विभागों में डाक्टर की अनुउपलब्धता के चलते ओपीडी शुरू नहीें हो सकी ।