बुरहानपुर :- नाव से 6 साल के बेटे अंशुमन साथ एसडीएम केआर बड़ोले ताप्ती पार कार्रवाई करने पहुंचे। मौके पर रेत के ढेर मिले, लेकिन पहले ही भाग चुके थे मजदूर और रेत माफिया। शहर से सटा ताप्ती नदी का पीपलघाट। बारिश के बाद नदी में बढ़े पानी के तेज बहाव से जूझती एक नाव घाट के दूसरे छोर पर आकर रुकी। इससे एसडीएम केआर बड़ोले छह साल के बेटे अंशुमन की अंगुली थामे उतरे। साथ में गार्ड और राजस्व विभाग के एक अधिकारी भी थे। एसडीएम ने जहां नजर घुमाई वहां नदी पूरी तरह छलनी और हर तरफ बड़े पैमाने पर रेत के ढेर नजर आए।
उन्होंने अन्य विभागीय अफसरों को बुलवाकर मौके से 7.50 लाख रुपए की 250 ट्रॉली से ज्यादा रेत जब्त की। एसडीएम का छह वर्षीय बेटा अंशुमन आंगन में खेल रहा था। उसने उनसे कार में शहर घूमने की जिद की। इस पर एसडीएम ने अंशुमन को बिना चप्पल-जूतों के ही कार में बैठा लिया। गार्ड और बेटे को लेकर शहर में निकले। करीब10 बजे उनके मोबाइल की घंटी घनघना उठी। कॉल रिसीव करने पर सूचना मिली की ताप्ती नदी से बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन हो रहा है। यह सूचना नहीं नहीं थी, लेकिन इसमें खास थे तो दो शब्द बड़े पैमाने पर इसे सुनते ही एसडीएम बेटे सहित कार से राजघाट पहुंच गए। बेटे संग कार से उतरे और घूमने के बहाने पूरे घाट का मुआयना किया। विभाग के अन्य अफसरों को भी बुला लिया। निरीक्षण में एसडीएम को पीपल घाट के सामने ताप्ती के दूसरे छोर पर 20-20 फीट गहरे गड्ढे और रेत के ढेर मिले।
2016 को हुई थी एसडीएम को डुबोने की कोशिश
16 मार्च 2016 को भी एसडीएम केआर बड़ोले अवैध रेत खनन की सूचना मिलने पर कार्रवाई करने राजघाट पहुंचे थे। इस दौरान भी वे नाव में बैठकर रेत खनन के स्थान की ओर जा रहे थे। तब रेत माफियाओं ने उन्हें नदी में डुबोने की कोशिश की थी। हालांकि उनके मंसूबे पूरे नहीं हो सके थे। रात के अंधेरे में चल रहा खनन, ताकि किसी को भनक न लगे रेत माफिया ताप्ती नदी से रात के अंधेरे में खनन कर रहे हैं। पीपलघाट से भी अंधेरे में हजारों घनमीटर रेत निकाल चुके थे। परिवहन के लिए इसके जगह-जगह ढेर लगाए गए थे। लेकिन मुखबीर से इसकी सूचना एसडीएम तक पहुंच गई और माफियाओं द्वारा यहां से रेत हटाने के पहले ही उन्होंने दबिश देकर रेत जब्त कर ली। रेत का यह काला कारोबार ताप्ती नदी के अन्य घाटों पर भी चल रहा है।