ग्वालियर। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की पुण्यतिथि पर उनकी पार्टी बीजेपी ही उन्हें भूल गई। उनके पैतृक निवास शिंदे की छावनी पर कोई भी बीजेपी का नेता मंगलवार को श्रद्धा सुमन अर्पित करने नहीं पहुंचा। इस दौरान कांग्रेस विधायक डॉ. सतीश सिकरवार और महापौर डॉ. शोभा सतीश सिकरवार ने उनके निवास पास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
अटल जी की भतीजी कांति देवी ने बोली-
यह तो बीजेपी नेताओं को सोचने की जरूरत है कि जिस व्यक्ति के नाम पर वह अब तक वोट लेते रहे हैं, अब उन्हें श्रद्धा के दो फूल भी अर्पित करने का समय उनके पास नहीं है। ऐसे में पार्टी को शेम शेम यानी शर्म शर्म कहने के अलावा और क्या बचता है, वह कोई राजनीतिक व्यक्ति नहीं है, वह तो उनके परिवार की एक सदस्य होने के नाते अपना दर्द बता रही है।
भतीजी कांति देवी का छलक उठा दर्द
इसके साथ ही कांति देवी ने कहा कि जिस तरह से लोग पार्टी के नेताओं को विस्मृत कर देते हैं, इससे आने वाले समय में यदि बीजेपी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी विस्मृत कर दें, तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।
ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर बोले-
अटलजी का सदैव ही सम्मान है और वह लोगों के दिल में बसते हैं। अटल जी केवल भाजपा के ही नहीं देश के महान नेता है, हर साल पुण्यतिथि का कार्यक्रम सुबह होता है और पार्टी जन इस मौके पर उनके शिंदे की छावनी स्थित आवास पर जाते हैं और उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। लेकिन इस बार पार्टी ने शाम 5 बजे का वक्त श्रद्धांजलि सभा के लिए तय किया है, अटल जी की भतीजी श्रीमती कांति देवी के दर्द को भी समझ सकते हैं, अटल जी को पार्टी कभी भुला नहीं सकती है, पार्टी आज जिस मुकाम पर है, उसमें अटल जी का बहुत बड़ा योगदान है।
आपको बतादें कि इससे पहले भतीजी कांति देवी ने कहा था कि कांग्रेस महापौर श्रद्धा सुमन अर्पित करने आई थी, लेकिन बीजेपी नेता नहीं आए। इसके लिए उन्होंने बीजेपी नेताओं को शेम शेम बोला और महापौर शोभा सिकरवार को धन्यवाद ज्ञापित किया। सोशल मीडिया और संचार माध्यमों में जैसे ही इस खबर का प्रचार प्रसार हुआ, वैसे ही बीजेपी बैकफुट पर आ गई।