भोपाल: मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव तीन चरणों में होंगे. हालांकि अभी पंचायत चुनावों की तारीखों की घोषणा होना बाकी है. ऐसे में मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है. इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष और जनपद पंचायत सदस्यों का चुनाव ईवीएम मशीन से कराया जाएगा, जबकि सरपंच-पंच का चुनाव परंपरागत मत पत्र से होगा |
चुनाव आयोग ने विकासखंडवार पंचायत चुनाव का व्यवस्थित कार्यक्रम तैयार कर इसकी कॉपी जिला निर्वाचन अधिकारी (कलेक्टर) को भेज दी है. ताकि जो भी कमियां और परेशानियां हों उन्हें ठीक किया जाए. चुनाव आयोग ने व्यवस्था को लेकर कलेक्टरों ने सुझाव भी मांगा है. आयोग ने कहा है कि जिलों से प्रस्तावित संशोधन और अन्य जानकारी 15 मार्च तक अनिवार्य रूप से भेजें|
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव डीवी सिंह ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को चुनाव कार्यक्रम के साथ एक पत्र भेजा है, जिसमें कहा है कि वर्ष 2014-15 के चुनाव को आधार मानकर ईवीएम के सही प्रबंधन एवं उनकी उपलब्धता के आधार पर जिलावार विकासखंडों का समूह बनाकर तीन चरणों में विभाजन किया है. इसमें 38 जिलों को वर्ष 2014-15 के चरणवार कार्यक्रम के तहत रखा है |
वर्ष 2014-15 में हरदा, आलीराजपुर, दतिया, नरसिंहपुर, पन्ना जिलों में जिला पंचायत का निर्वाचन क्षेत्र दो या उससे अधिक विकास खंडों में आने के कारण यहां एक चरण में चुनाव कराए गए थे. वहीं युक्तिसंगत परिसीमन न होने के कारण झाबुआ, छिंदवाड़ा, रतलाम, देवास, सिंगरौली, अनूपपुर और उमरिया में भी ऐसी ही समस्या थी. इस वजह से इन 12 जिलों में ईवीएम की संख्या बढ़ानी पड़ी थी |
12 जिलों में जिला पंचायत के वार्डों का परिसीमन पूरा
सचिव डीवी सिंह ने बताया कि इस बार इन 12 जिलों में जिला पंचायत के वार्डों का युक्तिसंगत परिसीमन हो गया है. इस हिसाब से 12 जिलों में चरणवार फिर से व्यवस्थित करने पर ईवीएम मशीन पर्याप्त संख्या में हैं. हालांकि निवाड़ी और टीकमगढ़ जिलों के चरणवार विकासखंडों के समूह फिर से व्यवस्थित किए गए हैं.
तीन चरणों में होंगे चुनाव
कुल – 23,912 ग्राम पंचायतें
पहले चरण में 7527 ग्राम पंचायतें
दूसरे चरण में 7571 ग्राम पंचायतें
तीसरे चरण में 8814 ग्राम पंचायतें