भोपाल। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के चलते भोपाल से प्रयागराज के बीच चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। एसी कोच तक इतने यात्रियों से भर गए हैं कि लोगों को खड़े होकर सफर करना पड़ रहा है। कई यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेनों में चढ़ते नजर आ रहे हैं। भले ही रेलवे ने भीड़ को कम करने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई हों, लेकिन व्यवस्थाओं में कमी के चलते स्थिति नियंत्रित होती नहीं दिख रही है। स्टेशनों पर सुरक्षा और प्रबंधन के इंतजाम भी नाकाफी नजर आ रहे हैं, जिससे यात्रियों को चढ़ने-उतरने में भारी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं।
एसी-स्लीपर कोच भी भरे हुए
महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं को भोपाल और रानी कमलापति स्टेशनों पर गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई यात्री, जिन्हें जनरल टिकट लेना पड़ा, वे एसी कोच में चढ़ गए, जिससे वहां भीड़ सामान्य कोच जैसी हो गई। एसी कोच में सफर कर रहे यात्री, जो भोपाल और रानी कमलापति स्टेशनों पर उतरना चाहते थे, भीड़ के कारण न उतर सके। इससे कई यात्रियों की ट्रेनें छूट गईं और स्थिति काफी अव्यवस्थित रही।
ट्रेन में लटककर यात्रा करने को मजबूर
सोमवार को कुशीनगर एक्सप्रेस भोपाल स्टेशन पर आने वाली थी। इस दौरान कई यात्री प्लेटफॉर्म के दूसरी ओर खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। पहले से भरी हुई ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचते ही यात्रियों ने चढ़ने का प्रयास किया, लेकिन केवल 20% यात्री ही ट्रेन में सवार हो सके। कई लोग चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करते दिखे, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं।
महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनें
प्रयागराज महाकुंभ, जो 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित हो रहा है, के लिए रेलवे ने अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की है। भीड़ को नियंत्रित करने और सुविधा देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश से प्रयागराज के लिए 40 विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। ये ट्रेनें प्रदेश के 35 से अधिक स्टेशनों से होकर गुजरेंगी, लेकिन इसके बावजूद भी यात्रियों की संख्या अधिक होने से रेलवे के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।