इंदौर। इंदौर के नवलखा चौराहे पर बने आरके अस्पताल में गुरुवार को मरीज और स्टाफ के बीच मारपीट हो गई। इस दौरान अस्पताल के स्टाफ ने तोड़फोड़ का आरोप लगाया। वही मरीज के परिजनों ने भी ज्यादा बिल वसूली को लेकर गार्ड और अन्य स्टाफ द्वारा मारपीट की बात की। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों पर केस दर्ज किया है।
संयोगितागंज पुलिस ने सुनील जाधव निवासी बेगमखेड़ी की शिकायत पर आरके अस्पताल के रिषभ, कृति, दीपिका और अन्य के खिलाफ मारपीट और धमकाने के मामले में केस दर्ज कराया है। पुलिस के मुताबिक सुनील ने अपने बयान में बताया कि 16 मार्च को उसके जीजा का कॉल आया। उन्होंने बताया कि बाइपास पर टायर फटने से भांजे राहुल और उसके साथी को चोट आई है। जब वह अस्पताल पहुंचा तो राहुल के दोनों हाथ में चोट आई थी। डॉक्टर गिरीश गुप्ता द्वारा बताया गया कि दोनों हाथों के ऑपरेशन और दवाई का बिल 3 लाख 50 हजार रुपए आएगा। जिसे एकमुश्त जमा कराने की बात कही। इसकी रसीदें भी उनके पास है। इसके बाद बताया गया कि अब कोई पैसा नही देना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि आयुष्मान के अलावा जो भी अस्पताल में फैसिलिटी है, उसमें 5 लाख से ज्यादा का बिल बनाकर भेज दूंगा। इसके बाद अस्पताल के कर्मचारी रिषभ द्वारा बुलाकर एक कागज पर साइन करने के लिए कहा गया। जिसमें कहा गया कि घबराइए नहीं हम सब देख लेंगे। आपरेशन में रॉड, दवाइयों के साथ अन्य 1 लाख 50 हजार और जमा करना पड़ेगा। यह खर्च 1 लाख 85 हजार भी हो सकता है। इसके बाद सुनील ने अपने जीजा को कॉल किया। उन्होंने छुट्टी कराने की बात कही। इसके बाद रिषभ और अन्य स्टाफ ने गालियां देना शुरू कर दी। वही पत्नी निर्मला जाधव के साथ मारपीट करते हुए बाहर लेकर आए। उन्होंने मामले में अपनी क्षेत्रीय पार्षद को जानकारी दी। जिसमें मौके पर पार्षद प्रतिनिधि और अन्य लोग भी पहुंचे और इलाके के पार्षद मनीष मामा भी पहुंच गए। यहां रिषभ, कृति और दीपिका ने उनके साथ मारपीट की। वहीं राहुल को स्ट्रैचर के साथ बाहर लाकर छोड़ दिया।
पुलिस के मुताबिक अस्पताल की ओर से क्रांति यादव चितावद की शिकायत पर सीमा सोलंकी, सुनील जाधव व अन्य के खिलाफ मारपीट व तोड़फोड़ के मामले में केस दर्ज किया गया है। क्रांति ने बताया कि में अपने साथी रिषभ पाटीदार और योगेन्द्र सिंह के साथ रिसेप्शन पर बैठी थी। तभी सुनील जाधव और सीमा सोलंकी आए और पूछने लगे कि हमारे मरीज के साथ बैठे अटेंडर के साथ किसने मारपीट की। तो उन्होंने इस बात से इनकार किया। इसके बाद सीमा ने वहां रखा कम्प्यूटर गिरा दिया। जिसके बाद वहां का सामान उठाकर हम पर फेंका। इस दौरान एक कांच का गमला भी फेंका गया। जिसमें सिर पर चोट आई। इस दौरान अस्पताल में मरीज घबरा गए। सभी ने रिषभ और योगेन्द्र के साथ भी मारपीट की। इस दौरान वहां बुलाने पर सिक्योरिटी गार्ड और अन्य लोग आ गए। उन्होंने सभी को पकड़कर बाहर निकाला। जिसमें बाद में मेडिकल के बाद केस दर्ज कराया गया।